इंदौर में कई हफ्तों के अंतराल के बाद, शुक्रवार को सैलून फिर से खोल दिए गए। The Standard Operating Procedures (SOP) ने जारी किया कि सैलून जिला प्रशासन की देखरेख में रहेंगे। सैलून खुलने के पहले दिन केवल मुट्ठी भर ग्राहकों को ही सैलून में देखा गया।
सैलून में काम करने वाले सभी कर्मचारी PPE Kits पहने हुए थे और सैलून में आने वाले लोगों ने मास्क पहना हुआ था
एक महिला सैलून चलाने वाली मैनेजर ने बताया कि फिलहाल सैलून में ज्यादा भीड़ नहीं है, वे appointment तय करके ग्राहकों को बुलाते हैं। सरकार द्वारा बनाये सभी नियमों का पालन करते हुए उन्होने काम शुरू किया और फिलहाल सैलून में काम करने वाले अन्य कर्मचारियों को नहीं बुलाया गया है।
इसी तरह एक दूसरे सैलून के मैनेजर ने कहा कि लगभग 85 दिनों के बाद सैलून खोले गए हैं, और वे भी सरकार के बनाये नियमों का पालन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि सरकार ने 19 जून को इंदौर में सैलून खोलने की अनुमति देते हुए कुछ नियम और दिशानिर्देश जारी किए हैं।
सैलून के लिए क्या हैं दिशानिर्देश?
दिशानिर्देशों के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति को बुखार, सर्दी, खांसी और गले में खराश है तो उसे सैलून में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। सैलून के कर्मचारियों को हर समय फेस मास्क, फेस शील्ड और एप्रन का उपयोग जरूरी होगा। हर ग्राहक के लिए डिस्पोजेबल तौलिए और डिस्पोजेबल कागज का उपयोग करना होगा।
सैलून में उपयोग किए जाने वाले सभी उपकरणों को एक बार उपयोग करने के बाद अच्छे से सैनेटाईज़ करना होगा। हेयर कटिंग पूरी होने के बाद कर्मचारियों को अपने हाथों को सैनेटाईज़ करना होगा। इसके साथ ही जो भी ग्राहक सैलून में आ रहे हैं उनका पूरा रिकॉर्ड अपने रजिस्टर में नोट करना होगा।