दिल दहला देने वाली रस्म: यहां पति की मौत पर महिलाओं की काट दी जाती हैं उँगलियाँ
Terrible Traditions of Dani Tribe: आज के समय में लगभग सभी जातियों में किसी न किस परंम्परा का निभाया जाता है जैस कि भारत में पिता की मृत्यु पर सिर मुंडवाने का रिवाज़। जन्म या विवाह पर अनेकों तरह के रिवाज़ आदि।
परन्तु आज के समय में भी ऐसी बहुत सी जातियां है जिन्हें दुनिया से दूर रहना ही पसंद है। ये लोग गांव-शहर से दूर अपने – अपने कबीले में रहते हैं। उन्हें बाहरी दुनिया का दखल बिलकुल भी पसंद नहीं है। सरकार द्वारा तमाम कोशिशों के बाद भी बहुत सी जनजातियां (tribes) आज भी सदियों पुराने अमानवीय रिति-रिवाजों और अन्धविश्वासों (Superstitions) को छोड़ना नहीं चाहते हैं।
सामान्य जीवन से दूर जंगलों में रहते हुए इन जनजातियों ( tribes) द्वारा बहुत सी ऐसी परम्पराऐं और प्रैक्टिस (Practices) की जाती हैं जिसका केवल नाम सुनने भर से दिल दहल जाता है।
इतिहास में कई तरह की खतरनाक सजाऐं (Harsh Punishment) दी जाती थीं जिसकी आप कल्पना भी नहीं सकते।
ऐसी ही एक जनजाति जो इंडोनेशिया के द्वीप पापुआ न्यू गिनिया पर रहने वाली है जिसे लोग दानी जनजाति के नाम से जानते हैं जो आज भी दुनिया की तरक्की से वाकिफ नहीं हैं और बेहद ही दिल दहला देने वाली परम्परा (Terrible Traditions) फॉलो करते हैं जिसके बारे में आपने पहले कभी नहीं सुना होगा।
क्या है इस परम्परा के पीछे की कहानी
इस विचित्र परम्परा (Terrible Traditions) के पीछे एक अजीबोगरीब अंधविश्वास है कि पति की मृत्यु के बाद अगर उसकी पत्नि की उँगलियाँ काट दी जाती है तो उस व्यक्ति की आत्मा को भूत बनकर नहीं भटकना पड़ता और उसकी आत्मा को शांति मिलती है।
महिला की उँगलियों को काटने से पहले रस्सी से कसकर बांध दिया जाता था ताकि हाथों से ज्यादा खून न बहे और उसके बाद कुल्हाड़ी से हाथ की उँगलियाँ काट दी जाती थी।
इसके अलावा महिलाओं का मानना है कि अपनी उंगलियां कटवाकर वे उस कष्ट में भागीदार बन सकती हैं जो मरने वाले परिजन ने मृत्यु के समय उठाया था। बताया जाता है कि इस जनजाति (tribe) की खोज पश्चिमी पपुआ के वामेना गांव में रहने वाले एक फोटोग्राफर के द्वारा की गई थी।
कानूनी रूप से पूरी तरह बैन है परम्परा
हालांकि इंडोनेशिया की सरकार ने इस परंपरा पर कानूनी रूप से पूरी तरह रोक लगा दी है लेकिन इसके बाद भी इस जनजाति के बहुत से लोग इसे आज भी फॉलो करते हैं। आज भी वहाँ की बूढ़ी महिलाओं का हाथ देखकर आपको लगेगा कि वे किसी भयानक बीमारी से ग्रसित हैं।