राष्ट्रीय महासंघ द्वारा अर्जुन पुरस्कार के लिए नोमिनेट किए जाने के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम के डिफेंडर हरमनप्रीत सिंह ने गुरुवार को कहा, कि “उन्हें सफल बनाने में उनके साथियों की बहुत बड़ी भूमिका रही है।”
मंगलवार को हॉकी इंडिया ने महिला टीम की सदस्य वंदना कटारिया और मोनिका मलिक को भी अर्जुन पुरस्कार के लिए नोमिनेट किया, जबकि महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल को भी प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल सम्मान के लिए नोमिनेट किया।
हरमनप्रीत पिछले साल रूस के खिलाफ FIH ओलंपिक क्वालीफायर जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे थे। उन्होने हॉकी इंडिया से कहा कि “मैं पिछले कुछ वर्षों से जिस तरह से टीम में योगदान दे रहा हूं उससे मैं बहुत खुश हूं। हालांकि, मैं अपने साथियों के समर्थन के कारण ऐसा कर पाया हूं और ये खबर सुनकर मैं बेहद खुश हूं”
ओडिशा में खेली गई FIH सीरीज के फाइनल में टीम के ड्रैगफ्लिकर हरमनप्रीत ने विजयी प्रदर्शन किया था। टोक्यो ओलंपिक टेस्ट इवेंट में, कप्तान मनप्रीत सिंह की अनुपस्थिति में उन्होंने भारत की कप्तानी की, कप्तान मनप्रीत सिंह को इस इवेंट के लिए आराम दिया गया था।
24 वर्षीय ड्रैगफ्लिकर ने कहा कि “टोक्यो ओलंपिक में भारतीय टीम के लिए जगह सुरक्षित करना, टीम के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि थी।”
उन्होने कहा “पिछले साल घरेलू दर्शकों के सामने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना आश्चर्यजनक था। मैं इस याद को हमेशा के लिए संजो लूंगा। हमारी टीम का संतुलन शानदार था और सभी ने टूर्नामेंट को यादगार बनाने के लिए मेहनत की।”