Hilldaari की अंतर्राष्ट्रीय पर्वतीय दिवस पर भारत के 5 पर्वतीय शहरों में तीसरी वर्षगांठ
Project Hilldaari: हिलदारी, संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस पर यानी 11 दिसंबर, 2021 को अपनी तीसरी वर्षगांठ मनाऐगा। वर्षगांठ पर भारत के 5 पहाड़ी शहरों में मेगा क्लीन-अप ड्राइव आयोजित किए जाते हैं जिसका उद्देश्य पहाड़ों में कचरा और अपशिष्ट के निपटान का संदेश फैलाना है।
पर्यटन के कारण कूड़ा-करकट की समस्या
Sponsored Ad
सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा-करकट की समस्या कोई नई नहीं है। भारत में ये पहाड़ी शहर, पर्यटकों के आने के कारण अधिक प्रभावित होते हैं जिससे पारिस्थितिक नुकसान होता है। पहाड़ी इलाकों में सफाई अभियान चलाना इतना आसान नहीं है लेकिन जब भी ये सफाई अभियान चलाया जाता है तो सभी क्षेत्रों के लोग यहां आते हैं और उत्साह के साथ इस कार्य में भाग लेते हैं।
नेस्ले इंडिया द्वारा समर्थित

पर्वतीय शहरों – मसूरी, डलहौजी, नैनीताल, मुन्नार, पोंडा और महाबलेश्वर में Mega Clean-up Drives ने इस पहल के साथ लोगों को अपने शहर की स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्ध किया है। Project Hilldaari, नेस्ले इंडिया द्वारा समर्थित और स्त्री मुक्ति संगठन द्वारा रीसिटी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड की तकनीकी सहायता के साथ कार्यान्वित किया गया जो भारत के पर्यटन शहरों में ठोस और प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के खतरे से निपटने के मिशन पर है।
6 शहरों में परियोजना का संचालन
वर्तमान में 6 शहरों (मसूरी, नैनीताल, डलहौजी, महाबलेश्वर, पोंडा और मुन्नार) में ये परियोजना चल रही है। अब तक यह परियोजना 50,000 निवासियों और 90 लाख से अधिक पर्यटकों तक सफलतापूर्वक पहुंच चुकी है जिससे लैंडफिल से 11124 मीट्रिक टन कचरे को डायवर्ट किया गया है।
Project Hilldaari अपने प्रौद्योगिकी हस्तक्षेपों के माध्यम से यूएलबी के क्षमता निर्माण में मदद की है जिससे उन्हें बेहतर संग्रह सेवाएं और बेहतर परिचालन नियंत्रण प्रदान करने में मदद मिली है साथ ही अंतर्राष्ट्रीय पर्वतीय दिवस के अवसर पर जारी एक लघु फिल्म में 3 साल की यात्रा और पर्वतीय लोगों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव का भी वर्णन किया गया है।