ड्रोन्स की मदद से लोगों तक कोरोना वैक्सीन पहुंचा रहा ये देश, देखें विडियो
GHANA दुनिया का सबसे पहला और एकमात्र देश बन गया है, जिसने ड्रोन्स की मदद से कोरोना की वैक्सीन पुरे देश में पहुंचाने का कार्य शुरू किया है।
किस की मदद ली GHANA ने?
सैन फ्रांसिस्को की एक स्टार्टअप कंपनी, जिसका नाम ZIPLINE है ने यह काम शुरू किया है। यह कंपनी 2016 से पेटेंट ड्रोन्स का इस्तेमाल करके ब्लड, टीके, दवाईयां इत्यादि अन्य गरीब देशो में पहुंचाने का काम करती है।
Zipline ने बीते मंगलवार को COVAX के माध्यम से WHO के द्वारा बनी पहली वैक्सीन की शिपमेंट को डिलीवर किया है इस प्रोग्राम का उद्देश्य यह है की गरीब देशो को उनकी कुल आबादी का 20% टीकाकरण मिल सके। इसने बीते मंगलवार को 36 अलग – अलग यात्राओं में तक़रीबन 4,500 doses की डिलीवरी केवल साउथ के देशों में ही की है।
किस कंपनी ने दिया ZIPLINE का साथ
यह कंपनी न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी काम कर रही है ZIPLINE अंतराष्ट्रीय स्तर पर Walmart and Novant Health नामक कंपनी के साथ मिलकर काम कर रही है। यहाँ तक की यह सेवा इतनी आसान है की डॉक्टर्स खुद ही ZIPLINE APP का इस्तेमाल करके वैक्सीन आर्डर और ट्रैक कर सकते है।
GAVI (The Vaccine Alliance) ने कहा है की केवल GHANA में ही ड्रोन्स की मदद से लगभग 2.5 मिलियन doses की डिलीवरी का उनका प्लान है।
कैसा होगा वो ड्रोन जो वितरित करेगा वैक्सीन
ये ड्रोन्स दिखने में छोटे विमान जैसे लगते है इनकी कुल लम्बाई 6 फ़ीट है और इनका wingspan 11 फुट का है ये खुद लैंड न करके वैक्सीन बॉक्सेस को तकिये और पैराशूट से बांध कर नीचे छोड़ देते है। हर ड्रोन की उड़ान पूरी तरह से automated हो इस बात की निगरानी उसका distributed centre रखता है।
एक बार बैटरी चार्ज करने पर प्रत्येक ड्रोन 100 मील तक की दूरी का सफर तय कर सकता है और वपिस भी आ सकता है ये चार पाउंड्स तक के Cargo ले जा सकते हैं।
आप चाहे तो पहले से भी आर्डर बुक कर सकते है या फिर अचानक मांग किये जाने पर भी आर्डर बुक हो सकता है, जैसे ही कंपनी को आपका आर्डर मिलता है उसके तुरंत 7 मिनट् के अंदर कंपनी ड्रोन्स को लॉन्च कर देती है।