SM Krishna Death Karnataka: पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने दी संवेदनाएँ, देखें पूरी खबर!
नई दिल्ली, भारत के पूर्व विदेश मंत्री और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस.एम. कृष्णा का 10 दिसंबर 2024 को निधन हो गया। उनका निधन मंगलवार सुबह उनके घर पर हुआ। एस.एम. कृष्णा 92 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका निधन भारतीय राजनीति में एक बड़ा शून्य छोड़ गया है, क्योंकि वे देश और राज्य की राजनीति में अहम योगदान देने वाले एक बड़े नेता थे।
एस.एम. कृष्णा की राजनीति में अहम भूमिका
एस.एम. कृष्णा ने भारतीय राजनीति में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। वह कर्नाटक के मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र के राज्यपाल, कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे। उनके कार्यकाल में कर्नाटक ने आईटी और बीटी उद्योगों में महत्वपूर्ण प्रगति की। उन्होंने राज्य में कई विकासात्मक योजनाओं को लागू किया, जिनका असर आज भी देखा जा सकता है।
एस.एम. कृष्णा ने “ब्रांड बेंगलुरु” को एक अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई। उनका कार्यकाल कर्नाटक के लिए एक सुनहरे युग के समान था, जब राज्य की अर्थव्यवस्था और विकास ने नई ऊँचाइयाँ छुईं। उन्होंने न केवल कर्नाटक बल्कि पूरे देश के लिए विदेश नीति को प्रभावी बनाने में भी योगदान दिया।
कर्नाटक सरकार ने घोषित किया राजकीय शोक
एस.एम. कृष्णा के निधन पर कर्नाटक सरकार ने तीन दिनों का राजकीय शोक घोषित किया है। सरकार ने कहा कि उनके अंतिम संस्कार में राजकीय सम्मान दिया जाएगा। यह आयोजन 11 दिसंबर को उनके गृह जिले मांड्या के उनके गांव में होगा। उनके निधन के बाद से ही देशभर के नेताओं और लोगों ने श्रद्धांजलि दी है।
राजनीतिक और व्यापारिक नेताओं की संवेदनाएँ
एस.एम. कृष्णा के निधन पर देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, और कई अन्य प्रमुख नेताओं ने संवेदना व्यक्त की है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बयान में कहा कि एस.एम. कृष्णा का योगदान भारतीय राजनीति और विदेश नीति में हमेशा याद किया जाएगा। उनका कार्यकाल एक प्रेरणा है और उनके द्वारा किए गए कार्यों का प्रभाव लंबे समय तक रहेगा।
एस.एम. कृष्णा का जीवन और कार्य
एस.एम. कृष्णा का जीवन एक प्रेरणादायक यात्रा थी। उन्होंने राजनीति में अपने करियर की शुरुआत बहुत ही साधारण तरीके से की थी, लेकिन समय के साथ उनका कद बढ़ता गया। वह कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में राज्य में विकास की नई धारा लेकर आए थे। उनके कार्यकाल में बेंगलुरु को विश्व स्तर पर एक महत्वपूर्ण तकनीकी और व्यापारिक केंद्र के रूप में स्थापित किया गया।
उनकी नीतियाँ और दृष्टिकोण आज भी कर्नाटक और भारत के लिए मार्गदर्शक हैं। एस.एम. कृष्णा ने अपने कार्यकाल में सशक्त विदेश नीति, घरेलू विकास, और राज्य के लोगों के लिए बेहतर जीवन सुविधाओं की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।
कर्नाटक की राजनीति और उनके योगदान की यादें
एस.एम. कृष्णा के निधन के साथ कर्नाटक की राजनीति में एक महत्वपूर्ण अध्याय समाप्त हो गया है। उन्होंने राजनीति में पारदर्शिता और ईमानदारी की मिसाल पेश की। उनका जीवन यह दर्शाता है कि एक व्यक्ति की लगन और समर्पण से न केवल राज्य बल्कि पूरे देश का विकास संभव है।
उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, और कर्नाटक के लोग हमेशा उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों को याद करेंगे। उनकी दूरदृष्टि और नेतृत्व क्षमता ने कर्नाटक को न केवल देश में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक पहचान दिलाई।