Sheikh Hasina के शासनकाल में हर साल 16 बिलियन डॉलर का घोटाला – ब्लूमबर्ग रिपोर्ट
नई दिल्ली, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री Sheikh Hasina के 15 साल के कार्यकाल के दौरान अर्थव्यवस्था में हुए भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हुआ है। हाल ही में ब्लूमबर्ग द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट ने चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए हैं। सरकारी समिति की जांच के अनुसार, हसीना के शासनकाल में बांग्लादेश से हर साल लगभग 16 बिलियन डॉलर का अवैध रूप से निर्यात किया गया। यह खुलासा न केवल बांग्लादेश के लोगों के लिए बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी चौंकाने वाला है।
श्वेत पत्र में हुए सनसनीखेज खुलासे
अर्थशास्त्री देबप्रिया भट्टाचार्य के नेतृत्व वाली समिति ने एक 400 पन्नों का श्वेत पत्र जारी किया, जिसमें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को लूटने के विस्तृत विवरण दिए गए हैं। इस रिपोर्ट में बताया गया कि कैसे क्रोनी कैपिटलिज्म (भाई-भतीजावाद) ने नीति-निर्धारण को अपने कब्जे में लेकर करोड़ों डॉलर की हेराफेरी की। यह दस्तावेज़ दर्शाता है कि शेख हसीना सरकार के दौरान लागू की गई बड़ी परियोजनाओं की लागत को बार-बार बढ़ाया गया, जिससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ।
परियोजनाओं की लागत में भारी वृद्धि
रिपोर्ट में सात प्रमुख परियोजनाओं की जांच की गई, जिनकी प्रारंभिक लागत 1.14 ट्रिलियन टका आंकी गई थी। लेकिन हसीना सरकार ने इसे बढ़ाकर 1.95 ट्रिलियन टका कर दिया। समिति ने बताया कि लागत में यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से भूमि की कीमतों में वृद्धि और अन्य अनावश्यक खर्चों की वजह से हुई। यह नीति-निर्माण में पारदर्शिता की कमी और सरकारी धन के दुरुपयोग का बड़ा उदाहरण है।
शासन के अंत और जनता का विद्रोह
2024 में बांग्लादेश के राजनीतिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव आया, जब अगस्त के महीने में छात्रों और जनता ने Sheikh Hasina सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इन प्रदर्शनों के कारण हसीना को सत्ता छोड़नी पड़ी। इसके बाद, सेना और विपक्ष ने मिलकर नोबेल पुरस्कार विजेता और माइक्रोफाइनेंस के प्रवर्तक मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का नेतृत्व सौंपा।
प्रधानमंत्री यूनुस का बयान
प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस ने इस भ्रष्टाचार पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि यह जानकर खून खौल उठता है कि कैसे हमारी अर्थव्यवस्था को लूटा गया। उन्होंने कहा कि दस्तावेज़ दर्शाता है कि हमें एक ऐसी अर्थव्यवस्था विरासत में मिली है, जिसे लूटपाट और भाई-भतीजावाद ने खोखला कर दिया है।
Sheikh Hasina के समर्थकों की स्थिति
शेख हसीना के अधिकांश समर्थक या तो जेल में हैं, देश छोड़कर भाग चुके हैं या भूमिगत हो गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि हसीना की पार्टी का कोई भी प्रवक्ता श्वेत पत्र में लगाए गए आरोपों का जवाब देने के लिए उपलब्ध नहीं है।
भ्रष्टाचार का व्यापक असर
यह भ्रष्टाचार न केवल बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था बल्कि आम नागरिकों के जीवन पर भी बुरा असर डाल रहा है। क्रोनी कैपिटलिज्म ने एक ऐसा माहौल बनाया, जहां नीतियां केवल कुछ चुनिंदा लोगों के फायदे के लिए बनाई गईं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस रिपोर्ट से बांग्लादेश की राजनीति में एक नई दिशा आएगी और सुधारों के लिए रास्ता खुलेगा।