कोलकाता, भारी बारिश के बीच, तृणमूल कांग्रेस द्वारा आज, 21 जुलाई को शहीद दिवस (Shahid Diwas 2022) का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। इस बार बंगाल में शहीद दिवस का आयोजन दो साल के बाद किया गया है। कोलकाता के धर्मतल्ला में विक्टोरिया हाउस के सामने मंच तैयार किया गया, जहां से सीएम ममता बैनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस आयोजन में पूरे बंगाल से लाखों की संख्या में कार्यकर्ता आयोजन स्थल पर पहुंचे। पूरे कोलकाता में हर तरफ पार्टी के झंडे भारी संख्या में दिखाई दिये। शहीद दिवस, पार्टी का सबसे बड़ा आयोजन है जो इस बार 2 साल बाद आयोजित किया गया है।
आयोजन में शत्रुघ्न सिन्हा हुए शामिल (Shahid Diwas 2022)
शहीद दिवस (Shahid Diwas 2022) के आयोजन पर शत्रुघ्न सिन्हा ने भी मंच से तृणमूल कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होने केन्द्र की बीजेपी सरकार के विरोध में बोला कि देश में पिछले 50 सालों में आज, बेराज़गारी दर सबसे अधिक है। बेराज़गारी के बाद उन्होने नोटबंन्दी को लेकर भी बोला। कार्यकर्ता भारी बारिश के बावजूद छाते लेकर अपने प्रिय नेताओं के संबोधन को सुनते रहे।
आयोजन से पहले बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कार्यकार्ताओं के लिए एक विडियो संदेश भी जारी किया था जिसमें उन्होने शहीद दिवस के मौके पर ज्यादा से ज्यादा लोगों के कोलकाता पहुंचने का आह्वान किया था।
पुलिस बल की तैनाती
इस बड़े आयोजन के मद्देनज़र, सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल की भी तैनाती की गई। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से और भारी संख्या में पहुंची भीड़ को संभालने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है।
21 जुलाई को होता है शहीद दिवस का अयोजन
आपकी जानकारी के लिए बता दें हर साल 21 जुलाई को बंगाल में शहीद दिवस (Shahid Diwas 2022) का आयोजन किया जाता है लेकिन पिछले दो साल से कोरोना संक्रमंण के चलते आयोजन नहीं हो सका और इस बार ये आयोजन 2 साल बाद किया है। बता दें कि ममता बेनर्जी के नेतृत्व में 21 जुलाई 1993 को राइटर्स अभियान के दौरान यूवा कोंग्रेस के 13 कार्यकर्ताओं की, पुलिस की गोली लगने से जान गई थी।
1993 में ममता बनर्जी यूवा कांग्रेस की अध्यक्ष रही थीं। 21 जुलाई 1993 से ही 13 कार्यकर्ताओं की याद में बंगाल में, हर साल शहीद दिवस (Shahid Diwas 2022) मनाया जाता है। हर साल इस, आयोजन में लाखों कार्यकर्ताओं की भीड़ पहुंचती है और ममता अपने विरोधियों को संदेश देती रही हैं।