Sachin Bansal का इस्तीफा और नवी समूह के लिए नई दिशा!
नई दिल्ली, Sachin Bansal, जो कि नवी फिनसर्व लिमिटेड (NFL) और नवी टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (NTL) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) थे, ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के बाद, उन्होंने कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नवी समूह की देखरेख करने का निर्णय लिया है। इस बदलाव के साथ नवी समूह में कुछ महत्वपूर्ण संगठनात्मक परिवर्तन किए गए हैं।
राजीव नरेश और अभिषेक द्विवेदी बने नए CEO
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Sachin Bansal के इस्तीफे के बाद, नवी फिनसर्व और नवी टेक्नोलॉजीज के सीईओ पदों पर नए चेहरे सामने आए हैं। राजीव नरेश और अभिषेक द्विवेदी को क्रमशः नवी टेक्नोलॉजीज लिमिटेड और नवी फिनसर्व लिमिटेड का सीईओ नियुक्त किया गया है। दोनों ही प्रमुखों ने 2018 में नवी समूह की स्थापना से लेकर अब तक विभिन्न पदों पर काम किया है और उन्होंने संगठन को मजबूती से आगे बढ़ाया है।
राजीव नरेश और अभिषेक द्विवेदी की नियुक्ति से यह साफ है कि नवी समूह में नेतृत्व में बदलाव को लेकर एक नई दिशा अपनाई जा रही है। इन दोनों ने पिछले छह सालों में नवी समूह में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और अब उनके पास कंपनी की विकास यात्रा को नई दिशा देने का जिम्मा है।
Sachin Bansal का इस्तीफा और उनका बयान
Sachin Bansal ने अपने इस्तीफे के बाद एक बयान में कहा कि यह पुनर्गठन नवी समूह के लिए एक रणनीतिक मील का पत्थर है। उनके अनुसार, यह कदम समूह को दीर्घकालिक विकास की ओर अधिक ध्यान केंद्रित करने में सक्षम बनाएगा। Sachin Bansal ने यह भी कहा कि राजीव नरेश और अभिषेक द्विवेदी ने नवी समूह के विकास में अहम भूमिका निभाई है, और उन्हें विश्वास है कि ये दोनों नई भूमिकाओं में कार्य करते हुए नवी को नए ऊँचाइयों तक पहुंचाएंगे।
Sachin Bansal ने नवी फिनसर्व की स्थापना 2018 में की थी। इससे पहले, उन्होंने प्रसिद्ध ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म फ्लिपकार्ट की सह-स्थापना की थी, जिसे बाद में 2018 में वॉलमार्ट ने अधिग्रहित कर लिया था। सचिन के नेतृत्व में नवी समूह ने अपनी पहचान बनाई, और अब उनके नेतृत्व में बदलाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
नवी फिनसर्व पर आरबीआई का प्रतिबंध
नवी फिनसर्व लिमिटेड को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा पिछले साल अक्टूबर में एक पर्यवेक्षी प्रतिबंध का सामना करना पड़ा था। यह प्रतिबंध कंपनी द्वारा नियमों का पालन न करने के कारण लगाया गया था, जिसके चलते कंपनी पर ऋण वितरित करने पर रोक लगा दी गई थी। हालांकि, 40 दिनों बाद, यानी 2 दिसंबर 2024 को RBI ने नवी फिनसर्व से यह प्रतिबंध हटा लिया।
आरबीआई ने कहा कि वह कंपनी की प्रस्तुतियों और संशोधित प्रक्रियाओं से संतुष्ट है और अब नवी फिनसर्व के द्वारा नियामक दिशानिर्देशों का पालन किया जा रहा है। RBI ने यह भी सुनिश्चित किया कि कंपनी अब निष्पक्ष ऋण मूल्य निर्धारण सुनिश्चित करेगी, जो ग्राहकों के लिए एक बड़ी राहत है।
भविष्य की दिशा
Sachin Bansal सचिन बंसल के इस्तीफे और नवी समूह में नेतृत्व परिवर्तन के बाद, यह देखा जाएगा कि कंपनी किस दिशा में आगे बढ़ेगी। नवी समूह अब नए नेतृत्व के तहत अपनी विकास यात्रा को और अधिक मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। राजीव नरेश और अभिषेक द्विवेदी के नेतृत्व में कंपनी को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
साथ ही, आरबीआई द्वारा हटाया गया प्रतिबंध भी नवी फिनसर्व के लिए एक सकारात्मक कदम साबित हो सकता है। इससे न केवल कंपनी का व्यवसायिक माहौल बेहतर होगा, बल्कि यह भी साबित होगा कि नवी फिनसर्व ने अपनी प्रक्रियाओं में सुधार किया है।