रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में विदर्भ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मुंबई को 80 रनों से मात देकर फाइनल में जगह बना ली। इस जीत के हीरो रहे 22 वर्षीय बाएं हाथ के स्पिनर हर्ष दुबे, जिन्होंने अपने शानदार पांच विकेट हॉल से मुंबई की कमर तोड़ दी। यह विदर्भ की रणजी ट्रॉफी फाइनल में चौथी एंट्री है, इससे पहले वे 2017-18 और 2018-19 में खिताब अपने नाम कर चुके हैं।
हर्ष दुबे ने रचा इतिहास, सीजन में 66 विकेट पूरे
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पुणे के युवा स्पिनर Harsh Dubey इस सीजन में अब तक 66 विकेट झटक चुके हैं। वह रणजी ट्रॉफी के एक सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में अब दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। उनसे आगे सिर्फ बिहार के बाएं हाथ के स्पिनर आशुतोष अमन हैं, जिनका रिकॉर्ड 68 विकेट का है। अगर दुबे फाइनल में दो विकेट और लेते हैं, तो वह इस रिकॉर्ड की बराबरी कर सकते हैं।
शार्दुल ठाकुर ने खेली संघर्षपूर्ण पारी, लेकिन मुंबई को नहीं दिला सके जीत
मैच के आखिरी दिन मुंबई के स्टार ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने 66 रनों की शानदार पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में 124 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। शार्दुल और शम्स मुलानी (46 रन) ने सातवें विकेट के लिए 103 रनों की साझेदारी कर मुंबई को मुकाबले में बनाए रखने की कोशिश की। हालांकि, दानिश मालेवार के शानदार रन आउट ने मुंबई की उम्मीदों को झटका दे दिया।
यश ठाकुर ने किया निर्णायक वार, मुंबई की पारी सिमटी
जब शार्दुल ठाकुर मुंबई को जीत की ओर ले जाने की कोशिश कर रहे थे, तभी यश ठाकुर की एक शानदार इनस्विंग डिलीवरी ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया। इसके बाद मुंबई की टीम 325 रनों पर ऑल आउट हो गई और 80 रनों से मुकाबला हार गई।
विदर्भ का शानदार प्रदर्शन, अब फाइनल में खिताब पर नजर
विदर्भ की टीम ने इस सीजन में बेहतरीन खेल दिखाया है। अब उनकी नजरें फाइनल में ट्रॉफी जीतकर इतिहास रचने पर होंगी। विदर्भ के लिए सबसे बड़ी ताकत उनकी मजबूत गेंदबाजी यूनिट है, जिसमें Harsh Dubey के अलावा यश ठाकुर और अन्य गेंदबाज शानदार लय में नजर आ रहे हैं।