नई दिल्ली, नोएडा Jewar Airport के लिए 9 दिसंबर 2024 का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ। दिल्ली से उड़ान भरकर इंडिगो एयरलाइंस का ए-320 विमान सफलतापूर्वक रनवे पर लैंड हुआ। इस बड़ी उपलब्धि के साथ, एयरपोर्ट के विकास में एक और महत्वपूर्ण कदम जुड़ गया। आइए इस उपलब्धि के मुख्य पहलुओं पर चर्चा करें।
पहली लैंडिंग: ढाई दशक का सपना हुआ साकार
Jewar Airport पर पहली बार विमान ने दोपहर 1:31 बजे सफलतापूर्वक लैंडिंग की। यह विमान दिल्ली से केवल 10 मिनट में नोएडा एयरपोर्ट के फ्लाइंग ज़ोन में पहुंच गया। डेढ़ घंटे तक विमान एयरपोर्ट के आसपास मंडराता रहा और तकनीकी उपकरणों की जांच करता रहा।
रनवे पर लैंडिंग से पहले, एयरपोर्ट के रनवे को वाटर कैनन से सलामी दी गई। इस मौके पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
घने कोहरे और अंधेरे में भी सुरक्षित लैंडिंग
Jewar Airport का पहला रनवे 3900 मीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा है। इसमें अत्याधुनिक उपकरण जैसे कैट-1 और कैट-3 स्थापित किए गए हैं, जो कोहरे और कम दृश्यता की स्थिति में भी विमान की सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करेंगे।
इसके अलावा, इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) भी स्थापित किया गया है, जो विमान को रनवे पर सटीकता के साथ लैंड करने में मदद करता है। यह रनवे हर मौसम में लैंडिंग के लिए पूरी तरह तैयार है।
रनवे ट्रायल: सटीकता और सुरक्षा की पुष्टि
नोएडा एयरपोर्ट का ट्रायल रन 9 दिसंबर को सफलतापूर्वक किया गया। इससे पहले 10 से 14 अक्टूबर तक ILS सिस्टम का कैलिब्रेशन किया गया था।
डीजीसीए (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) से ट्रायल रन की मंजूरी प्राप्त करने के बाद, एयरपोर्ट ने अगली बड़ी उपलब्धि के रूप में एयरोड्रोम लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। एयरपोर्ट पर अन्य तकनीकी परीक्षण भी समय से पूरे कर लिए गए हैं।
2025 तक हर साल 1.2 करोड़ यात्रियों की सुविधा
एयरपोर्ट का पहला चरण 1334 हेक्टेयर में बनकर तैयार हो चुका है। इसका पहला चरण प्रति वर्ष 1.2 करोड़ यात्रियों की आवाजाही की क्षमता रखेगा।
2050 तक एयरपोर्ट के चारों चरण पूरे होने के बाद, यह हर साल 7 करोड़ यात्रियों को संभालने की क्षमता हासिल कर लेगा। इस परियोजना को उत्तर भारत के सबसे बड़े परिवहन केंद्र के रूप में देखा जा रहा है।
एयरपोर्ट से जुड़ी प्रमुख उपलब्धियां
- कैलिब्रेशन ट्रायल: 10-14 अक्टूबर तक सफलतापूर्वक पूरा।
- रनवे ट्रायल: 9 दिसंबर 2024 को सफलतापूर्वक हुआ।
- टिकट बुकिंग सेवा: 6 फरवरी 2025 से शुरू होगी।
- व्यावसायिक उड़ानें: 17 अप्रैल 2025 से एयरपोर्ट पर नियमित उड़ानें शुरू होंगी।
नोएडा Jewar Airport: आधुनिकता और सुविधा का संगम
Jewar Airport का विकास उत्तर भारत में हवाई यात्रा के क्षेत्र में एक क्रांति लेकर आएगा। अत्याधुनिक तकनीक और उच्चतम सुरक्षा मानकों के साथ, यह एयरपोर्ट यात्रियों को बेहतर सुविधा और सेवाएं प्रदान करेगा।