नई दिल्ली, आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के पहले मुकाबले में भारत जब बांग्लादेश से भिड़ा, तो कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर के कुछ चयन फैसलों ने फैंस को हैरान कर दिया। खासकर, इन-फॉर्म स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को बाहर रखकर Kuldeep Yadav को मौका देने का फैसला चर्चा का विषय बन गया। सवाल यह उठता है कि क्या कुलदीप का अनुभव उन्हें चक्रवर्ती पर वरीयता दिलाने के लिए पर्याप्त था, या फिर टीम प्रबंधन के पास कोई और ठोस रणनीति थी?
क्यों मिला Kuldeep Yadav को मौका?
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Kuldeep Yadav को शामिल करने का सबसे बड़ा कारण उनका आईसीसी टूर्नामेंट का अनुभव हो सकता है। भारतीय टीम में बाएं हाथ के इस स्पिनर का रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है। वह 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों में से एक हैं। कुलदीप ने 108 मैचों में 174 विकेट चटकाए हैं, जो यह दर्शाता है कि वह बड़े टूर्नामेंट में दबाव झेलने की क्षमता रखते हैं।
क्या वरुण चक्रवर्ती को नजरअंदाज किया गया?
वरुण चक्रवर्ती की फॉर्म पिछले कुछ महीनों से शानदार रही है, लेकिन फिर भी उन्हें इस बड़े टूर्नामेंट के पहले मुकाबले में मौका नहीं मिला। फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना था कि उनकी मिस्ट्री स्पिन बांग्लादेश के बल्लेबाजों के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती थी। हालांकि, चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट ने Kuldeep Yadav पर भरोसा जताया।
रोहित शर्मा का बयान – “हर मैच महत्वपूर्ण है”
टॉस के समय रोहित शर्मा ने इस चयन पर सफाई दी और कहा,
“हमने इस मैदान पर कुछ साल पहले खेला था, इसलिए हमें लगा कि रोशनी के नीचे गेंदबाजी करना बेहतर होगा। सभी खिलाड़ी अच्छे फॉर्म में हैं और फिट हैं। हमने पिछला वनडे मैच जिसमें वरुण नहीं खेले थे, वहीं से टीम में बदलाव किए हैं। जडेजा वापस आए और शमी की वापसी हुई है।”
भारत बनाम बांग्लादेश: भारत की मजबूत स्थिति
अगर रिकॉर्ड्स की बात करें, तो भारत का बांग्लादेश के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन रहा है। अब तक खेले गए 41 वनडे मुकाबलों में भारत ने 32 मैच जीते हैं। ऐसे में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के इस मैच में भी भारत को प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
क्या Kuldeep Yadav टीम के लिए फायदेमंद साबित होंगे?
टीम इंडिया का यह फैसला सही साबित होगा या नहीं, यह आने वाले मैचों में देखने को मिलेगा। अगर Kuldeep Yadav अपनी फॉर्म में लौटते हैं और विकेट चटकाते हैं, तो यह चयन टीम के लिए वरदान साबित हो सकता है। वहीं, अगर चक्रवर्ती को आगे के मैचों में मौका दिया जाता है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अपनी उपयोगिता कैसे साबित करते हैं।