DRDO ने IAF जेट के लिए Advance Chaff Technology विकसित की | जानिये पूरी खबर
DRDO Develops Advance Chaff Technology : डीआरडीओ (DRDO) ने खतरनाक हवाई हमलों से बचने के लिए और भारतीय वायु सेना (IAF) के लड़ाकू विमानों की सुरक्षा के लिए एक Advance Chaff Technology निर्मित की है। डीआरडीओ ने इससे दो महीने पहले नौसेना के जहाजों की सुरक्षा के लिए भी इस तकनीकी का प्रयोग किया। इस तकनीकी को तीन वैरीयंट में बांटा गया। भारतीय नोैसेना ने इंडियन नेवल शिप पर अरब सागर में तीनों वैरीयंट का परीक्षण किया और संतोषजनक पाया।
इस तकनीक का इस्तेमाल भारतीय वायु सेना की जान के खतरे को कम करने के लिए किया गया है। डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह वैज्ञानिकों की इस उपलब्धि से बहुत खुश हैं साथ ही उन्होनें एक प्रैस रिलीज़ में यह भी कहा कि “यह आत्मनिर्भर भारत बनने की ओर DRDO का अगला कदम है।”
Advance Chaff Technology तकनीक क्या है?
Advance Chaff Technology का निर्माण जोधपुर में स्थित DRDO की डिफेंस प्रयोगशाला में हुआ है। यह एक इलेक्ट्रॉनिक काउंटर मेजर तकनीक है जिसका इस्तेमाल दुनिया भर की सेनाएं, नौसेना के जहाजों और विमानों की तरह अपनी संपत्ति की रक्षा के लिए करती हैं। यह संपत्ति को रडार और रेडियो फ्रीक्वेंसी से बचाता है।
इसे IAF की गुणात्मक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पुणे में स्थित High Energy Material Research Laboratory के सहयोग से विकसित किया गया है। DRDO के अनुसार, इस तकनीकी के सफल परीक्षणों के पूरा होने के बाद वायु सेना ने इस तकनीक को प्रयोग में लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
नौसैनिक जहाजों के मामले में, चैफ राॅकेट को हवा में तैनात किया जाता है जो मिसाइल मार्गदर्शन प्रणाली के लिए कई लक्ष्यों के रूप में कार्य करती है। रक्षा मंत्रालय ने एक प्रैस रिलीज़ में कहा कि इस तकनीकी का प्रयोग दुश्मन के लड़ाकू विमानों को उनके लक्ष्य से भटकाने के लिए किया जाएगा। ।
चैफ (Chaff) और फ्लेयर्स (Flares) के बीच अंतर
चैफ और फ्लेयर दोनों का उपयोग डिफेंस काउंटरमेजर के लिए किया जाता है। दोनों तकनीकों के इस्तेमाल से रडार को भ्रमित किया जाता है जिससे वो लक्ष्य या मिसाइलों का पता ना लगा पाए लेकिन दोनों में एक बड़ा अंतर है।
फ्लैयर का प्रयोग एक शक्तिशाली पदार्थ को उत्पन्न करके मिसाइलों की हीट फोलो करके उन्हें तबाह कर देती है जबकि चैफ का उपयोग रडार-ट्रैकिंग हथियारों को गुमराह करने के लिए किया जाता है। चैफ कई छोटे एल्यूमीनियम या जिंक फाइबर से बना होता है। इसे विमान में कारतूस के रूप में भी रखा जाएगा।