Bangalore मेट्रो की नई पहल: माताओं को मिलेगा अब आरामदायक स्तनपान स्थान!
नई दिल्ली, Bangalore मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) ने माताओं के लिए एक शानदार पहल की शुरुआत की है, जिससे स्तनपान करने वाली महिलाओं को मेट्रो यात्रा के दौरान एक आरामदायक और सुविधाजनक स्थान मिल सके। इस पहल के तहत बीएमआरसीएल ने Bangalore मेट्रो के पांच प्रमुख स्टेशनों पर शिशु आहार केंद्र स्थापित किए हैं। यह कदम मेट्रो यात्रियों के लिए एक नई सुविधा का रूप प्रस्तुत करता है, जिससे माताओं को अपने शिशुओं को स्तनपान कराने में कोई परेशानी नहीं होगी।
शिशु आहार केंद्रों का उद्देश्य
स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए यह पहल विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि बहुत सी महिलाएं सार्वजनिक स्थानों पर अपने शिशुओं को स्तनपान कराने में असहज महसूस करती हैं। इसलिए, बीएमआरसीएल ने चाइल्ड हेल्प फाउंडेशन और सिबडी स्वावलंबन फाउंडेशन के सहयोग से बैयप्पनहल्ली मेट्रो स्टेशन पर पहला शिशु आहार केंद्र स्थापित किया है। इसका उद्देश्य महिलाओं को एक सुरक्षित, आरामदायक और गोपनीय स्थान प्रदान करना है, जहां वे बिना किसी असुविधा के अपने बच्चों को स्तनपान करा सकें।
फेसिलिटी का विस्तार और सुविधाएँ
वर्तमान में यह सुविधाएँ बैयप्पनहल्ली, मैजेस्टिक, यशवंतपुर, केंगेरी और येलाचेनहल्ली मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध हैं, और इनकी योजना भविष्य में और अधिक स्टेशनों तक विस्तारित करने की है। इन केंद्रों में 8×8 फीट के कमरे हैं, जो चार माताओं को एक साथ आराम से समायोजित करने की क्षमता रखते हैं। इन कमरों में चौड़ी बेंच भी उपलब्ध हैं, जिन पर माताएं आराम से बैठ सकती हैं या जरूरत पड़ने पर लेट भी सकती हैं।
मेट्रो यात्रियों के लिए अतिरिक्त सुविधाएँ
बीएमआरसीएल के अधिकारी ने इस पहल के साथ-साथ मेट्रो स्टेशनों पर रिटेल आउटलेट शुरू करने की योजना भी बनाई है। यह कदम यात्रियों को मेट्रो यात्रा के दौरान अतिरिक्त सुविधा देने के उद्देश्य से है। रिटेल स्पेस में खाद्य और पेय कियोस्क, सुविधा स्टोर और पर्सनल केयर शॉप शामिल होंगे। इस कदम से यात्रियों के लिए अपनी यात्रा के दौरान आवश्यक सामान खरीदना और ताजे नाश्ते का आनंद लेना आसान हो जाएगा।
अधिकारियों की योजना और आगे का रास्ता
बीएमआरसीएल के एक अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में इन शिशु आहार केंद्रों का रखरखाव बीएमआरसीएल द्वारा किया जाता है। हालांकि, केंद्रों की संख्या बढ़ाने से पहले, परिचालन लागत का मूल्यांकन किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह पहल आर्थिक रूप से प्रभावी है। जिन मेट्रो स्टेशनों पर फिलहाल शिशु आहार केंद्र नहीं हैं, वहां भी स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए कस्टमर केयर से निजी स्थान तक पहुंचने की सुविधा प्रदान की जाएगी।