4 फरवरी मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने प्रेस कान्फ्रेंस कर अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया, AAP ने कहा कि बीजेपी अपने सी एम केंडिडेट का नाम भी घोषित करे और केजरीवाल ने उस केंडिडेट से दिल्ली के मुद्दों पर सीधे सीधे बहस की चुनौती भी दे दी
AAP ने, यमुना की सफाई, स्कूलों में देशभक्ति का पाठ्यक्रम बिजली, पानी, स्वास्थ्य एवं अन्य ढ़ेर सारे वादों के साथ घोषणा पत्र जारी किया। घोषणा जारी करने के दौरान उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली को प्रदूषण मुक्त करने के साथ साथ अच्छी स्वास्थ्य सुविधाऐं भी देंगे और लोकपाल बिल पास कराने का संघर्ष भी जारी रहेगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा ‘लोकतंत्र में जरूरी है कि घोषणा पत्र पर बहस हो। उन्होंने कहा कि
जनता ये जानना चाहती है कि बीजेपी सीएम फेस कौन है। अमित शाह जी कह रहे हैं कि आप हमें वोट दे दो सीएम मैं तय करूंगा। जनतंत्र में सीएम जनता तय करती है। अमित शाह कहते हैं कि दिल्ली की जनता ब्लैंक चेक दे दे, मैं उस पर सीएम का साइन करूंगा। दिल्ली की जनता ये जानना चाहती है कि बीजेपी को दिया वोट किसके पास जाएगा।
Arvind Kejriwal
इसके साथ ही उन्होने ये भी कहा कि यदि 5 फरवरी दोपहर 1 बजे तक बीजेपी अपना सीमए कैंडिडेट घोषित करती है तो हम घोषणा पर के आधार पर बहस करने को तैयार है।
आम आदमी पार्टी के घाषणा पत्र की मुख्य बातें इस प्रकार है।
- राशन सीधे घर तक
- बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा
- जिस तरह दिल्ली के स्कूलों में हैप्पीनेस पाठ्यक्रम शुरू किया गया उसी की तरह देशभक्ति पाठ्यक्रम शुरू करेंगें।
- यदि किसी सफाई कर्मचारी की ड्यूटी पर मौत होती तो उसके परिवार को एक करोड़ का मुआवजा दिया जाएगा।
- औद्योगिक क्षेत्रों और बाजारों के विकास के लिए धन की व्यवस्था।
- यमुना की सफाई
- भोजपुरी भाषा को 8वीं अनूसूची में शामिल कराने के लिए कोशिश
- 1984 सिख दंगे के पीड़ितों के लिए आवाज उठाएंगे।
- भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन
- फसल खराब होने पर किसानों को मुआवजा जारी रहेगा।
- दिल्ली को पूर्ण राज्य के दर्जे के लिए लगातार प्रयास रहेगा।
- 24 घंटे बाजार खोलने की परियोजना चलाई जायेगी
यमुना की सफाई को आम आदमी पार्टी ने सबसे उपर जगह दी है। बीजेपी ने दो किलो आटा और स्कूटी देने की बात कही वही कांग्रेस पार्टी ने 300 यूनिट बिजली और बेराजगारें के लिए भत्ता देने की बात कही।
चुनाव प्रचार, चुनाव सभाऐं, रोड शो, आरोप प्रत्यारोप के बीच ज़मीन हालत देखें तो इस बार भी आम आदमी पार्टी की सरकार बनती दिखाई दे रही है लेकिन दिल्ली के दिल में क्या है ये तो 11 फरवरी को चुनाव के नतीज़ों के बाद ही पता चलेगा।