रूस ने यूक्रेन की मिसाइलों को मार गिराया, क्या जवाबी हमला होगा और भी भयंकर?
नई दिल्ली, यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध में इन दिनों तेजी आई है, खासकर रूस के बेलगोरोड क्षेत्र में। रूस ने यूक्रेन द्वारा दागी गई आठ एटीएसीएमएस मिसाइलों को मार गिराने का दावा किया है और इसके बाद रूस ने जवाबी कार्रवाई करने का वादा किया है। इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने दावा किया है कि रूस और उत्तर कोरियाई सेना को भारी नुकसान हुआ है। आइए जानते हैं, इस संघर्ष में क्या नए घटनाक्रम सामने आए हैं।
बेलगोरोड में मिसाइल हमलों के बाद रूस का पलटवार
रूस ने दावा किया है कि उसने अपनी सीमाओं के पास बेलगोरोड में यूक्रेन द्वारा दागी गई आठ एटीएसीएमएस मिसाइलों को सफलतापूर्वक मार गिराया। रूस का कहना है कि यह हमले अमेरिका द्वारा आपूर्ति की गई मिसाइलों से किए गए थे। इस हमले के बाद रूस ने जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है, और इसके बाद की घटनाओं पर पूरी दुनिया की नजर है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने यह भी कहा कि उनकी सेना ने पूर्वी यूक्रेन के लुहान्स्क क्षेत्र के नादिया गांव पर भी नियंत्रण हासिल कर लिया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने हाल ही में दक्षिणी कुर्स्क क्षेत्र में हुए संघर्ष के दौरान रूस और उत्तर कोरियाई सैनिकों को भारी नुकसान होने का दावा किया है। उनका कहना है कि मखनोव्का गांव में उत्तर कोरियाई सैनिकों की एक बटालियन पूरी तरह से नष्ट कर दी गई। इस हमले में दोनों देशों की सेनाओं को गंभीर क्षति हुई है।
ज़ेलेंस्की ने आगे यह भी कहा कि रूस के निर्देशित बम हमलों ने सुमी क्षेत्र और खार्किव क्षेत्र के दो गांवों को निशाना बनाया। इन हमलों में कई लोग घायल हुए हैं, जिसमें बच्चों का भी समावेश है। यह स्थिति युद्ध के और भी भयानक होने की ओर इशारा करती है।
यूक्रेन में हुए ड्रोन हमलों का विरोध
यूक्रेन की वायु सेना ने एक बयान में कहा कि रूस द्वारा रात के समय लॉन्च किए गए 103 ड्रोन में से 61 को उनकी वायु रक्षा प्रणाली ने मार गिराया। यह रूस की ओर से एक बड़े हमले की कोशिश को नाकाम करने का प्रयास था। हालांकि, 42 ड्रोन “खो गए” या कहें कि उनका पता नहीं चल पाया। यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली का यह कदम यह बताता है कि वह रूस की ओर से लगातार हो रहे हमलों को रोकने की हर संभव कोशिश कर रहा है।
पत्रकारों पर बढ़ता खतरा
रूस में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। हाल ही में, रूस के स्वतंत्र संवाददाता अलेक्जेंडर मार्टेम्यानोव की मौत एक यूक्रेनी ड्रोन हमले में हो गई। रूस की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने इसे “जानबूझकर की गई हत्या” करार दिया है। इस हमले में मार्टेम्यानोव के साथ यात्रा कर रहे दो और पत्रकार भी घायल हुए हैं। रूस के 2022 के यूक्रेन पर हमले के बाद से अब तक कम से कम 15 पत्रकारों की जान जा चुकी है, जो कि युद्ध के दौरान पत्रकारों के लिए बढ़ते खतरे को दर्शाता है।
संघर्ष के बीच भविष्य की संभावना
रूस और यूक्रेन के बीच यह संघर्ष न केवल दोनों देशों के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरनाक होता जा रहा है। हर दिन नए हमले और नए संघर्ष सामने आ रहे हैं, और इन घटनाओं से केवल युद्ध का विस्तार हो रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच होने वाली बातचीत से इस संघर्ष का कोई हल निकलता हुआ नजर नहीं आता, और दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ सकता है।