नई दिल्ली, बॉलीवुड की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक, Dangal में अपनी भूमिका से मशहूर हुईं सान्या मल्होत्रा आज एक बेहतरीन अभिनेत्री के रूप में स्थापित हो चुकी हैं। आमिर खान जैसे सुपरस्टार के साथ काम करना कोई छोटी बात नहीं है, और जब यह फिल्म भारत की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्मों में से एक बनती है, तो यह सान्या के करियर के लिए भी एक बड़ी छलांग साबित होती है। लेकिन सान्या के लिए Dangal का अनुभव कुछ अलग रहा, और इस फिल्म के बाद उनका करियर एक अलग दिशा में मोड़ लिया।
Dangal का नकारात्मक प्रभाव
Sponsored Ad
हालांकि Dangal ने सान्या को एक स्टार बना दिया, लेकिन उन्होंने हाल ही में एक साक्षात्कार में बताया कि फिल्म का उन पर एक नकारात्मक प्रभाव भी पड़ा। सान्या ने मजाक करते हुए कहा कि फिल्म के दौरान बालों के बढ़ने में काफी समय लगा। Dangal में बबीता कुमारी के रोल के लिए सान्या ने अपना लुक पूरी तरह से बदल दिया था और इसके कारण उनके बालों का प्राकृतिक रूप प्रभावित हुआ। उन्होंने बताया कि उन्होंने कई उपाय किए जैसे उल्टा लेटना, चंपी करना, हेडस्टैंड करना और बायोटिन की खुराक लेना, लेकिन फिर भी उनका बालों का विकास धीमा रहा।
बालों की समस्या का हल
यह परेशानी सान्या के लिए काफी बड़ी थी, क्योंकि उनकी फिल्म इंडस्ट्री में सही लुक बहुत मायने रखता है। फिर 2019 में, उन्हें अपनी फिल्म फोटोग्राफ के लिए बाल बढ़ाने की सलाह दी गई। इसके बाद, सान्या के बाल बढ़ने में काफी समय लगा, लेकिन इस दौरान उन्होंने अपनी मेहनत से इस समस्या को हल किया।
करणीय मोर्चा: सान्या की सफलता की कहानी
Dangal के बाद, सान्या ने कई फिल्मों में अभिनय किया। इनमें बधाई हो, शकुंतला देवी, लूडो, पगलैट, मीनाक्षी सुंदरेश्वर जैसी शानदार फिल्में शामिल हैं। इन फिल्मों में उनकी अदाकारी को काफी सराहा गया और वह अपनी फिल्मी यात्रा में लगातार आगे बढ़ती गईं।
वह अब अपनी आगामी फिल्म मिसेज के लिए तैयार हैं, जो 7 फरवरी को रिलीज होने वाली है। इस फिल्म में उनके साथ निशांत दहिया और कंवलजीत सिंह भी नजर आएंगे। यह फिल्म मलयालम फिल्म द ग्रेट इंडियन किचन की रीमेक है, और इसके प्रीमियर ने कई फिल्म फेस्टिवल्स में धूम मचाई।
नए अवसर और चुनौतियां
सान्या मल्होत्रा का कहना है कि एक अभिनेता के लिए यह जरूरी है कि वह हर चुनौती को स्वीकार करे और हर फिल्म में नए अनुभव हासिल करे। उनकी यात्रा यह साबित करती है कि संघर्ष और कड़ी मेहनत से सफलता हासिल की जा सकती है, भले ही शुरुआत में कुछ कठिनाइयां सामने आएं।