Vedanta Share Price में 6% की उछाल, जानें क्या है इसके पीछे का बड़ा कारण

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नई दिल्ली, Vedanta Share Price में 6 दिसंबर को लगभग 6% की भारी वृद्धि दर्ज की गई। इस बढ़ोतरी का कारण प्रमोटर समूह वेदांता रिसोर्सेज द्वारा समूह की सहायक कंपनियों ट्विन स्टार, वेल्टर ट्रेडिंग, वेदांता मॉरीशस I और II, और वेदांता नीदरलैंड के बंधक शेयरों को मुक्त करना बताया गया। इस घटनाक्रम ने कंपनी की वित्तीय स्थिति में स्थिरता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम उठाने का संकेत दिया है।

प्रमोटर समूह ने मुक्त किए बंधक शेयर

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वेदांता रिसोर्सेज की सहायक कंपनी, वेदांता रिसोर्सेज फाइनेंस II पीएलसी ने 2025 में देय $1.2 बिलियन, 13.875% सीनियर बॉन्ड जारी किए थे। ये बॉन्ड समूह की ब्याज लागत को कम करने के उद्देश्य से जारी किए गए थे। हाल ही में, कंपनी ने घोषणा की कि 4 दिसंबर, 2024 तक इन बॉन्ड्स की पूरी राशि चुका दी गई है और सभी बंधकों को मुक्त कर दिया गया है।

विशेष रूप से, वेदांता ने यह स्पष्ट किया कि बॉन्ड के संबंध में वेदांता लिमिटेड के शेयरों पर किसी भी प्रमोटर समूह की संस्था द्वारा कोई प्रतिज्ञा नहीं बनाई गई थी। इससे कंपनी की ऋण-मुक्ति में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है।

ऋण-मुक्ति: एक दशक में सबसे निचले स्तर पर

वेदांता की इस पहल के बाद समूह स्तर पर ऋण का बोझ घटकर $4.8 बिलियन रह गया है, जो पिछले एक दशक में सबसे कम है। वेदांता के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) अजय गोयल ने कहा, “इस ऋण-मुक्ति ने हमें अपने हितधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य सृजन के लिए बेहतर स्थिति में ला दिया है।”

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भारतीय बाजार में तांबे की मांग बढ़ी

वेदांता को भारतीय बाजार में बढ़ती तांबे की मांग से भी लाभ मिला है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, खान मंत्रालय द्वारा जारी गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (क्यूसीओ) ने तांबे के निर्यात में कमी ला दी है। इसका सकारात्मक प्रभाव वेदांता की परिष्कृत तांबे की आपूर्ति पर पड़ा है।

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अंतरराष्ट्रीय बाजार का भी पड़ा असर

वेदांता के शेयरों में आई तेजी को अंतरराष्ट्रीय बाजारों से भी समर्थन मिला है। चीन के केंद्रीय आर्थिक कार्य सम्मेलन से प्रोत्साहन पैकेज की संभावनाओं ने भी मेटल इंडस्ट्री को मजबूती दी। यह सम्मेलन 2025 के लिए आर्थिक विकास लक्ष्यों पर चर्चा करेगा।

अन्य वित्तीय कदम

वेदांता ने 1.4 बिलियन डॉलर क्यूआईपी और हिंदुस्तान जिंक के माध्यम से 400 मिलियन डॉलर के ओएफएस के जरिए फंड जुटाए हैं। इससे कंपनी को अपने संचालन और विस्तार योजनाओं को मजबूती देने में मदद मिली है।

निष्कर्ष

बंधक शेयरों को मुक्त करने और ऋण-मुक्ति की दिशा में उठाए गए कदम वेदांता की दीर्घकालिक स्थिरता और विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मिल रहे समर्थन ने कंपनी के भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत दिए हैं।

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