S. Jaishankar का खुलासा: भारत ने कभी नहीं बंद किया पाकिस्तान के साथ व्यापार!
नई दिल्ली, विदेश मंत्री S. Jaishankar ने अमेरिका में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्पष्ट किया कि भारत ने पाकिस्तान के साथ व्यापार कभी बंद नहीं किया। उन्होंने कहा कि साल 2019 में खुद पाकिस्तान ने यह निर्णय लिया था। इसके बावजूद भारत ने हमेशा पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा दिया, लेकिन बदले में भारत को कभी यह सम्मान नहीं मिला।
भारत का हमेशा सहयोगात्मक रवैया
S. Jaishankar ने अपने बयान में यह भी कहा कि भारत ने पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंध सुधारने की कई बार कोशिश की है। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को व्यापार के लिए सभी सुविधाएं दीं, लेकिन पाकिस्तान ने अपनी छोटी अर्थव्यवस्था का हवाला देते हुए भारत को वही दर्जा नहीं दिया। इसके परिणामस्वरूप, दोनों देशों के व्यापारिक संबंध बिगड़ते चले गए।
2019 में पुलवामा अटैक के बाद स्थिति हुई खराब
पूर्व पाकिस्तानी राजनयिक अब्दुल बासित के अनुसार, पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया और पाकिस्तानी सामान पर 200% का टैक्स लगा दिया। इससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों में और खटास आ गई। बासित ने यह भी कहा कि भारत को एक बड़े देश के तौर पर पहले कदम उठाने चाहिए, लेकिन मौजूदा हालात में यह संभव नहीं दिखता।
पाकिस्तान की प्रतिक्रियाएं
पाकिस्तानी यूट्यूबर और विदेशी मामलों के जानकार कमर चीमा ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापार रोककर गलती की। उन्होंने यह भी माना कि पाकिस्तान को भारत को MFN का दर्जा देना चाहिए था, जिससे व्यापारिक रिश्ते बेहतर हो सकते थे। हालांकि, चीमा ने भारत पर यह भी आरोप लगाया कि वह सिर्फ अपनी शर्तों पर बात करना चाहता है।
अमेरिका से क्या उम्मीदें?
अमेरिका में ट्रंप सरकार के लौटने पर चर्चा करते हुए अब्दुल बासित और कमर चीमा दोनों ने कहा कि अमेरिका के दबाव में भारत और पाकिस्तान के रिश्ते सुधर सकते हैं। लेकिन यह तभी संभव है, जब दोनों देश आपसी मुद्दों को सुलझाने के लिए ईमानदारी से प्रयास करें।
क्रिकेट और व्यापार में तालमेल का अभाव
कमर चीमा ने भारत पर तंज कसते हुए कहा कि भारत ने न केवल पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय वार्ता को टाल दिया, बल्कि क्रिकेट जैसे खेल को भी राजनीति का हिस्सा बना दिया। उन्होंने कहा कि भारत को यह समझना होगा कि रिश्तों को सुधारने के लिए दोनों पक्षों को प्रयास करना होगा।
क्या हो सकता है भविष्य?
S. Jaishankar ने साफ किया कि वर्तमान में दोनों देशों के बीच व्यापारिक पहल की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया है, लेकिन पाकिस्तान को भी अपने रुख में बदलाव लाना होगा।