होलिका दहन शुभ मुहूर्त: 13 मार्च को होलिका दहन में ये समय है सबसे शुभ, जानिए क्यों!

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होलिका दहन शुभ मुहूर्त: नई दिल्ली, होली, भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण और हर्षोल्लास से भरा हुआ त्योहार है, जिसे खासकर हिंदू धर्म के अनुयायी मनाते हैं। यह रंगों और खुशियों का त्योहार होता है, लेकिन होली से पहले होलिका दहन की परंपरा भी बहुत महत्व रखती है। इस दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक मानकर होलिका जलाई जाती है, ताकि पुराने नकारात्मक विचार और ऊर्जा को नष्ट किया जा सके। इस वर्ष होलिका दहन का समय कुछ खास है, क्योंकि इस दिन भद्रा काल का भी असर रहेगा। आइए जानते हैं इस साल कब होगा होलिका दहन, और किस समय का रहेगा शुभ मुहूर्त।

होलिका दहन 2025: कब और कैसे मनाया जाएगा?

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होलिका दहन का पर्व प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस वर्ष 2025 में होलिका दहन 13 मार्च, गुरुवार को किया जाएगा। इस दिन, फाल्गुन पूर्णिमा की तिथि सुबह 10:35 बजे से शुरू होकर 14 मार्च, शुक्रवार को दोपहर 12:23 बजे तक रहेगी। लेकिन, इस वर्ष होलिका दहन का महत्व इसलिए बढ़ जाता है, क्योंकि इस दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण भी होगा, जो इसे और भी खास बना देता है।

भद्रा काल: क्यों है इसे अशुभ माना जाता?

हिंदू धर्म में भद्रा काल को अशुभ समय माना गया है। इसके अनुसार, भद्रा काल के दौरान कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित होता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, भद्रा काल सूर्य की पुत्री और शनि देव की बहन हैं, जिनका स्वभाव क्रोधी और विनाशकारी बताया गया है। इसलिए भद्रा काल के दौरान कोई भी शुभ कार्य, जैसे होलिका दहन, करना शुभ नहीं माना जाता। इसी कारण, इस समय से बचने के लिए विशेष ध्यान रखा जाता है।

होलिका दहन के दिन भद्रा काल का समय

पंचांग के अनुसार, इस वर्ष 13 मार्च को भद्रा काल का समय शाम 6:57 बजे से रात 8:14 बजे तक रहेगा। इसके बाद भद्रा मुख का समय रात 10:22 बजे तक रहेगा। ज्योतिषियों के अनुसार, भद्रा मुख के समय में कोई भी शुभ कार्य करने से नुकसान हो सकता है। इस कारण, होलिका दहन को भद्रा काल के बाद ही करना सबसे शुभ रहेगा।

होलिका दहन शुभ मुहूर्त

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होलिका दहन के लिए इस वर्ष सबसे उत्तम शुभ मुहूर्त 13 मार्च की रात 11:26 बजे से लेकर 12:30 बजे तक रहेगा। इस दौरान होलिका दहन करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और बुरे प्रभाव समाप्त हो जाते हैं। इस समय का पालन करके हम अपने घर-परिवार को सुख, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति कर सकते हैं।

13 मार्च 2025 को क्यों है यह दिन खास?

होलिका दहन और चंद्र ग्रहण का मिलाजुला असर इस दिन को और भी खास बना देता है। चंद्र ग्रहण के दौरान कई प्रकार के बदलावों का अनुभव होता है, और इसे शुभ कार्यों में योगदान देने के रूप में देखा जाता है। इस दिन विशेष ध्यान रखना होता है कि किसी प्रकार का नकारात्मक प्रभाव न पड़े, इसलिए इस समय के शुभ मुहूर्त का पालन अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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