भारतीय धावक Avinash Sable पहली हीट में ही प्रतियोगिता से बाहर, खुद के रिकॉर्ड से भी रह गऐ पीछे
नई दिल्ली, राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने वाले भारतीय धावक अविनाश साबले (Avinash Sable), पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज़ हीट के दौरान अंतिम 100 मीटर में पीछे रहने के बाद सातवें स्थान पर रह गऐ। अविनाश साबले, जो बुडापेस्ट में 2023 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शीर्ष भारतीय प्रतियोगियों में से एक थे, पहले दिन ही बाहर हो गए। उन्होने शनिवार को पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज़ हीट में सातवां स्थान प्राप्त किया।
Avinash Sable, पहले प्रयास में हुए बाहर
राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक विजेता साबले ने अपने पूरे करियर में नौ बार 3000 मीटर स्टीपलचेज़ का राष्ट्रीय रिकॉर्ड (3000m National Record) तोड़ा है। उन्होंने इस रेस में 8:22.24 का समय लिया, जो उनके सर्वश्रेष्ठ समय से (8:11.63) से ज्यादा रहा। उन्होंने पिछले साल बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में 11 मिनट 20 सेकेंड का समय लिया था, जो काफी ज्यादा था।
साबले (Avinash Sable) के हीट 1 में सातवें स्थान पर रहने के कारण, वे फाइनल रेस में जगह बनाने में असमर्थ रहे क्योंकि तीनों हीटों में से केवल शीर्ष पांच एथलीटों को ही अगले राउंड में बढ़ने का मौका दिया जाना था।
पुराने नियमों के अनुसार, एथलीट अपने कम समय के आधार पर अगले राउंड में क्वालीफाई कर सकते थे। हालाँकि, नए नियमों के अनुसार, 800 मीटर से अधिक की मध्यम दूरी की स्पर्धाओं के लिए, पहली 5 पोजीशन के आधार पर ही क्वालीफाई किया जा सकता है न कि समय के आधार पर।
खुद के रिकॉर्ड से भी ज्यादा समय लिया
28 वर्षीय एथलीट Avinash Sable, जो विश्व चैंपियनशिप की तैयारी के लिए स्विट्जरलैंड के कोलोराडो स्प्रिंग्स और सेंट मोरित्ज़ में हाई क्वालिटी प्रशिक्षण ले रहे थे। पिछले महीने, उन्होने पोलैंड की सिलेसिया डायमंड लीग में 8:11.63 का समय निकाला था। हालाँकि, आज उन्हें इस प्रतियोगिता में कठिनाई का सामना करना पड़ा और इथियोपिया के गेटनेट वाले ने 8:19.99 के समय के साथ इस रेस को जीत लिया।
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भारतीय एथलीट, पहले 1000 मीटर स्प्लिट में पांचवें स्थान पर चल रहे थे। 2000 मीटर स्प्लिट में तीसरे स्थान पर रहे और यहां तक कि 2300 मीटर के समय कुछ समय के लिए वे दूसरे और तीसरे स्थान पर भी आऐ थे हालाँकि, उसके बाद, हर्डल के कारण साबले की गति काफी कम हो गई जिस कारण वे लगातार पीछे होते चले गऐ और दोबारा शीर्ष पांच में प्रवेश नहीं कर सके। उन्होने ये रेस सातवें स्थान पर समाप्त की।