Steve Jobs की पत्नी लॉरेन पॉवेल भारत के महाकुंभ में क्यों आ रही हैं?

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Steve Jobs: नई दिल्ली, महाकुंभ 2025 का आयोजन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होगा और इसका समापन 26 फरवरी को होगा। यह आयोजन 12 वर्षों में एक बार होता है और दुनिया भर से करोड़ों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस बार महाकुंभ में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर पवित्र स्नान करेंगे।

Steve Jobs की पत्नी लॉरेन पॉवेल बनेंगी आकर्षण का केंद्र

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महाकुंभ 2025 में एक खास आकर्षण लॉरेन पॉवेल होंगी, जो एप्पल के सह-संस्थापक Steve Jobs की पत्नी हैं। स्वामी कैलाशानंद जी महाराज ने पुष्टि की है कि लॉरेन पॉवेल इस आयोजन में हिस्सा लेंगी। उन्होंने लॉरेन को हिंदू नाम ‘कमला’ दिया है और बताया कि यह दूसरी बार है जब वह भारत आ रही हैं।

स्वामी कैलाशानंद जी महाराज के अनुसार, लॉरेन पॉवेल अपने गुरु से मिलने और ध्यान करने के उद्देश्य से प्रयागराज आ रही हैं। उनके महाकुंभ में शामिल होने की संभावनाएं भारत की आध्यात्मिक संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बढ़ावा देने में मदद करेंगी।

कुंभ की तैयारियां और खास स्नान

महाकुंभ के मुख्य स्नान अनुष्ठान 14 जनवरी (मकर संक्रांति), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या) और 3 फरवरी (बसंत पंचमी) को होंगे। इन दिनों संगम पर लाखों श्रद्धालु पवित्र स्नान करेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस आयोजन के लिए भव्य और हरित तैयारियां की हैं।

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डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और किसी भी साधु-संत या श्रद्धालु को कोई असुविधा न हो, इसका पूरा ध्यान रखा गया है।

‘कुंभवाणी’ रेडियो चैनल की शुरुआत

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के लिए विशेष रेडियो चैनल ‘कुंभवाणी’ लॉन्च किया है। इस चैनल के जरिए देश के दूरदराज के क्षेत्रों में महाकुंभ से जुड़ी हर जानकारी और घटनाओं का प्रसारण होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुविधा उन लोगों के लिए है जो कुंभ में शारीरिक रूप से शामिल नहीं हो सकते लेकिन इस भव्य आयोजन का अनुभव करना चाहते हैं।

क्यों खास है महाकुंभ 2025?

महाकुंभ न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को भी उजागर करता है। इस बार लॉरेन पॉवेल की भागीदारी इसे और खास बनाएगी। उनकी मौजूदगी विदेशी श्रद्धालुओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी और भारतीय संस्कृति के प्रति उनकी रुचि को दर्शाएगी।

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