Gautam Adani: अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में अस्थिरता! क्या यह निवेशकों के लिए खतरे की घंटी है?
नई दिल्ली, अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राजस्थान के जोधपुर जिले में 250 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना की शुरुआत की है। इस परियोजना से कंपनी की कुल अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता 11,434 मेगावाट तक पहुंच गई है, जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अहम योगदान है। इस नई परियोजना के साथ ही अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने एक और मील का पत्थर हासिल किया है।
कंपनी की विस्तार योजनाएं
अडानी ग्रीन एनर्जी का यह कदम उसकी स्थिरता और विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। सौर ऊर्जा जैसे अक्षय स्रोतों का उपयोग बढ़ाकर कंपनी ने अपनी उत्पादन क्षमता में वृद्धि की है, जिससे यह कंपनी पर्यावरण मित्र और लागत-प्रभावी ऊर्जा समाधान प्रदान करने में सक्षम होगी। जोधपुर में स्थापित इस परियोजना से राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति बेहतर हो सकती है, जो पूरे देश के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
बीएसई और एनएसई द्वारा अतिरिक्त निगरानी
हालांकि, इस सफलता के बावजूद, अडानी ग्रीन एनर्जी की शेयर कीमत में काफी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। बीएसई और एनएसई ने एजीईएल के शेयरों को अल्पकालिक एएसएम (अतिरिक्त निगरानी उपाय) ढांचे में रखा है। यह कदम विशेष रूप से तब उठाया गया है जब कंपनी के शेयरों में अस्थिरता देखी जा रही थी। एक्सचेंज ने निवेशकों को सूचित किया है कि यह कदम सिर्फ बाजार की निगरानी के लिए है और इसे कंपनी के खिलाफ कोई नकारात्मक कार्रवाई नहीं माना जाना चाहिए।
अडानी समूह पर आरोप
अडानी समूह को हाल ही में गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ा था। कंपनी के प्रमुख गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और एजीईएल के प्रबंध निदेशक विनीत एस जैन पर भारतीय बिजली आपूर्ति अनुबंधों के लिए रिश्वत देने और अमेरिकी निवेशकों को गुमराह करने के आरोप लगाए गए थे। इन आरोपों के कारण अडानी समूह के शेयरों में भारी बिकवाली का दबाव बना, जिसके परिणामस्वरूप उनकी बाजार स्थिति कमजोर हुई।
हालांकि, अडानी समूह ने इन आरोपों का खंडन किया है और दावा किया है कि उनके खिलाफ कोई रिश्वतखोरी का आरोप नहीं है। इसके बावजूद, एजीईएल ने अपने 600 मिलियन डॉलर के बॉन्ड की पेशकश वापस ले ली, जो कि एक महत्वपूर्ण वित्तीय कदम था।
बाजार में अस्थिरता और निवेशकों की स्थिति
शेयर बाजार में एजीईएल की स्थिति काफी अस्थिर हो गई है। हालांकि इस स्टोरी के लिखे जाने तक कंपनी के शेयरों का कारोबार 7.07 लाख शेयरों तक पहुंच चुका था, जो कि दो सप्ताह के औसत वॉल्यूम से कम था। इसके बावजूद, कंपनी की बाजार पूंजीकरण 1,93,568.77 करोड़ रुपये तक पहुंची है, जो इसे एक महत्वपूर्ण निवेश विकल्प बनाता है।
निवेशकों के लिए यह जरूरी है कि वे निवेश करने से पहले किसी विशेषज्ञ से वित्तीय सलाह लें। शेयर बाजार में अस्थिरता के बीच सही निर्णय लेने के लिए एक अनुभवी सलाहकार की मदद जरूरी हो सकती है।