Sunita Williams In Space: सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में उगाया सलाद, जानें माइक्रोग्रैविटी का कमाल!
नई दिल्ली, भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स इन दिनों अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर अपने आठ महीने के मिशन पर हैं। नासा ने हाल ही में उनकी एक तस्वीर साझा की है, जिसमें वे एक रोबोटिक उपकरण एस्ट्रोबी रोबोट के साथ दिख रही हैं। यह तस्वीर उनके कार्य की महत्ता और अंतरिक्ष में हो रहे वैज्ञानिक प्रयोगों को उजागर करती है।
एस्ट्रोबी रोबोट: अंतरिक्ष यात्रियों की मददगार तकनीक
नासा के मुताबिक, एस्ट्रोबी रोबोट अंतरिक्ष यात्रियों को नियमित कार्यों को पूरा करने में मदद करते हैं। ये रोबोट इन्वेंट्री लेना, कार्गो ले जाना और कैमरों से प्रयोगों का दस्तावेजीकरण जैसे कार्यों में उपयोगी हैं। इससे अंतरिक्ष यात्री अपना ध्यान उन कार्यों पर केंद्रित कर सकते हैं, जो इंसानी दिमाग और कुशलता की मांग करते हैं। एस्ट्रोबी रोबोट को स्वायत्त तरीके से या ज़मीन पर मौजूद शोधकर्ताओं के रिमोट कंट्रोल से संचालित किया जा सकता है।
माइक्रोग्रैविटी में खेती: सलाद उगाने का प्रयोग
सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में “आउटरेजियस रोमेन सलाद” उगाने के प्रयोग का नेतृत्व कर रही हैं। यह प्रयोग अंतरिक्ष में खेती के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है। माइक्रोग्रैविटी में खेती करना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन यह प्रयोग सलाद की वृद्धि दर, पोषण सामग्री और समग्र स्वास्थ्य पर शोध कर रहा है। अगर यह सफल होता है, तो भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों में ताजा भोजन की समस्या का समाधान मिल सकता है।
स्टारलाइनर मिशन: लंबा हुआ मिशन
सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर ने 5 जून 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष की यात्रा शुरू की। मूल रूप से यह मिशन केवल आठ दिनों का था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण इसे बढ़ा दिया गया। अब वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर वैज्ञानिक प्रयोगों और रखरखाव कार्यों में लगे हुए हैं।
अंतरिक्ष यात्रा में नई चुनौतियां और समाधान
इस मिशन में कई चुनौतियां आईं, खासकर स्टारलाइनर यान के सर्विस मॉड्यूल में तकनीकी समस्याएं। इसे वापस लाने का निर्णय लिया गया, लेकिन इससे मिशन का समय बढ़ गया। सुनीता और उनकी टीम ने इन चुनौतियों को पार करते हुए वैज्ञानिक शोध जारी रखा।
नासा की दिशा में एक और बड़ा कदम
यह मिशन न केवल वैज्ञानिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि भविष्य की अंतरिक्ष यात्राओं के लिए नई तकनीकों और रणनीतियों का रास्ता भी खोलता है। सुनीता विलियम्स की नेतृत्व क्षमता और उनके शोध, अंतरिक्ष में मानव जीवन को स्थायी बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकते हैं।