Rohan Mirchandani Epigamia: 42 की उम्र में रोहन मीरचंदानी का निधन, भारत के FMCG इंडस्ट्री ने खोया अपना सितारा
Rohan Mirchandani Epigamia: नई दिल्ली, भारत में ग्रीक योगर्ट के प्रमुख ब्रांड एपिगैमिया के सह-संस्थापक, रोहन मीरचंदानी, का 21 दिसंबर को 42 वर्ष की आयु में हृदयाघात के कारण निधन हो गया। मीरचंदानी ने अपने जीवन और कार्य से भारतीय उपभोक्ता उत्पाद उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनके निधन की पुष्टि एपिगैमिया की मूल कंपनी ड्रम्स फ़ूड इंटरनेशनल द्वारा की गई।
ड्रम्स फ़ूड इंटरनेशनल से एपिगैमिया तक का सफर
2013 में न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी स्टर्न और व्हार्टन स्कूल से स्नातक मीरचंदानी ने ड्रम्स फ़ूड इंटरनेशनल की स्थापना की। उनकी अगुवाई में, कंपनी ने होकी पोकी आइसक्रीम से एपिगैमिया ब्रांड को विकसित किया, जो ग्रीक योगर्ट और डेयरी उत्पादों के लिए भारत में जाना जाने वाला नाम बन गया। आज, एपिगैमिया 30 शहरों में 20,000 से अधिक रिटेल टचपॉइंट्स पर उपलब्ध है।
रोहन की नेतृत्व क्षमता और विरासत
मीरचंदानी की दूरदर्शी सोच ने कंपनी को भारतीय उपभोक्ताओं की बदलती ज़रूरतों के अनुसार तैयार किया। उनका सपना 2025-26 तक कंपनी का विस्तार मध्य पूर्व तक करना था। उनके निधन के बाद, एपिगैमिया के सह-संस्थापक उदय ठक्कर और सीओओ अंकुर गोयल कंपनी का नेतृत्व करेंगे। उनके बयान में रोहन को “गुरु, मित्र और नेता” बताया गया।
भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को बड़ा नुकसान
रोहन मीरचंदानी का निधन हाल ही में भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में हुए अन्य नुकसानों की कड़ी में है। इससे पहले पेपरफ्राई के सह-संस्थापक अंबरीश मूर्ति और गुड कैपिटल के रोहन मल्होत्रा का निधन भी हुआ था। इन घटनाओं ने भारतीय स्टार्टअप समुदाय को गहरा आघात पहुंचाया है।
“यूरेका मोमेंट” से प्रेरणा
मीरचंदानी अक्सर अपने “यूरेका मोमेंट” की बात करते थे, जब उन्होंने भारत के एफएमसीजी क्षेत्र में नवाचार की कमी को पहचाना। उनका यह अहसास एक बिजनेस स्कूल व्याख्यान के दौरान हुआ था। उन्होंने एपिगैमिया के माध्यम से इस कमी को पूरा करने का प्रयास किया। उनका लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2025 तक कंपनी का राजस्व ₹250 करोड़ तक पहुंचाना था।
रोहन की प्रेरणा और योगदान
उनकी प्रेरणा और मेहनत ने एपिगैमिया को एक प्रमुख ब्रांड के रूप में स्थापित किया। उनके नेतृत्व में, कंपनी ने न केवल उत्पाद की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित किया, बल्कि भारतीय उपभोक्ताओं की स्वाद और पोषण संबंधी ज़रूरतों को भी पूरा किया।