नई दिल्ली, सरकार द्वारा गैर ब्रांडेड खाद्य पदार्थों पर 5% GST (New GST Rule) को लागू करने के विरोध भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने एक बैठक के दौरान 14 जुलाई से देशव्यापी आन्दोलन की घोषणा की है। सरकार 18 जुलाई से पैकेट आटा, दाल, दही, अनाज, चावल आदि खाद्यानों पर 5 प्रतिशत का जीएसटी लागू करने जा रही है जिसका विरोध शुरू हो गया है।
देशव्यापी आन्दोलन का निर्णय (New GST Rule)
सरकार के इस फैसले के विरोध में भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने दिल्ली में एक बैठक की जिसमें इंदौर के आल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन और सकल अनाज तिलहन व्यापारी संघ के कई अधिकारी शामिल हुए। सभी की मौजूदगी में ये निर्णय लिया गया।
दिल्ली की बैठक में शामिल हुए इंदौर के पदाधिकारियों ने इंदौर पहुंचकर, 14 जुलाई से, देशव्यापी आन्दोलन की घोषणा कर दी है। व्यापारियों का कहना है कि ये सरकार की वादा खिलाफी है। उन्होने कहा कि साल 2017 में जीएसटी (New GST Rule) को लागू करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि खाद्य पदार्थ आटा, चावल, दाल आदि पर GST लागू नहीं किया जाएगा।
बढ़ सकती है मंहगाई
सरकार के इस फैसले से व्यापारियों को डर है कि इससे मंहगाई काफी हद बढ़ जाऐगी जिसे आम लोगों को भी खासी परेशानी होगी। जानकारी के लिए बता दें कि भारत के सबसे बड़ा व्यापारी संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने भी सरकार के इस फैसले पर विरोध जताया था।
बड़े व्यपारियों का फायदा
कैट की ओर से ये कहा गया था कि गैर ब्राडेंड खाद्य पदार्थों को GST से छूट दी गई थी लेकिन अब इस फैसले (New GST Rule) से देशभर के व्यापारी काफी पेरशान हैं। कैट और अन्य व्यापारी संगठनों ने कहा है कि इस फैसले से बड़े ब्रांडेड व्यापारियों को ही फायदा होगा लेकिन छोटे व्यापारियों को इससे नुकसान होने वाला हैं साथ ही आम जनता के लिए भी मंहगाई बढ़ने से परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।