Railway Board में अब 10वीं पास भी शामिल, जानिए नए नियम और तारीखें!
Railway Board: नई दिल्ली, भारतीय रेलवे ने लेवल-1 (पूर्व में ग्रुप डी) भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता मानदंडों में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। इस बदलाव के तहत अब 10वीं कक्षा पास, आईटीआई डिप्लोमा धारक या नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (NCVT) द्वारा जारी नेशनल अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट (NAC) धारक भी इस भर्ती के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे। यह संशोधित मानदंड उम्मीदवारों को ज्यादा अवसर प्रदान करेंगे और इस भर्ती प्रक्रिया में अधिक उम्मीदवार भाग ले सकेंगे।
पहले के मानदंड और अब के बदलाव
पहले, भारतीय रेलवे में लेवल-1 पदों के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को 10वीं कक्षा उत्तीर्ण और आईटीआई डिप्लोमा या NAC प्रमाणपत्र की आवश्यकता होती थी। लेकिन अब यह शैक्षणिक योग्यता मानदंड और अधिक सरल कर दिए गए हैं। नए आदेश के अनुसार, अब 10वीं कक्षा पास के उम्मीदवार भी आवेदन कर सकेंगे, बशर्ते उनके पास आईटीआई डिप्लोमा या राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट (NAC) हो। रेलवे बोर्ड का यह निर्णय 2 जनवरी 2025 को जारी किया गया, और इसके अनुसार सभी रेलवे ज़ोन को निर्देश दिए गए कि यह बदलाव आगामी केंद्रीकृत रोजगार सूचना (CEN) और भविष्य में होने वाली भर्ती प्रक्रियाओं में लागू होगा।
लेवल-1 पदों के लिए विभिन्न भूमिकाएँ
भारतीय रेलवे में लेवल-1 पदों में विभिन्न सहायक, पॉइंटमैन और ट्रैक मेंटेनर जैसी भूमिकाएँ शामिल हैं। इन पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवारों को पहले बहुत कठोर शैक्षणिक मानदंडों से गुजरना पड़ता था, लेकिन अब इन्हें सरल बनाया गया है, जिससे ज्यादा उम्मीदवारों को इन पदों पर आवेदन करने का मौका मिलेगा।
Railway Board द्वारा नई अधिसूचना का जारी होना
रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने लेवल-1 पदों पर भर्ती के लिए लगभग 32,000 पदों के लिए अधिसूचना जारी की है। इस भर्ती प्रक्रिया के तहत आवेदन प्रक्रिया 23 जनवरी 2025 से शुरू होगी और 22 फरवरी 2025 तक जारी रहेगी। इस भर्ती में आवेदन करने के लिए अब पहले की तुलना में ज्यादा उम्मीदवारों के लिए अवसर हैं, जो इस नए शैक्षणिक मानदंड से लाभान्वित होंगे।
उम्मीदवारों के लिए अधिक अवसर
इस बदलाव से उन उम्मीदवारों को फायदा होगा जिनके पास पहले आईटीआई या NAC प्रमाणपत्र नहीं था, लेकिन अब वे इन मानदंडों के तहत आवेदन करने के पात्र हैं। रेलवे में करियर बनाने का सपना देखने वाले उम्मीदवारों के लिए यह एक सुनहरा अवसर हो सकता है। यह बदलाव न केवल उम्मीदवारों को लाभ पहुँचाएगा, बल्कि रेलवे के कामकाजी ढांचे में भी सुधार करेगा, क्योंकि ज्यादा योग्य और प्रशिक्षित उम्मीदवार इन पदों पर नियुक्त होंगे।