Narayana Murthy का विवादास्पद बयान: क्या युवाओं को 70 घंटे काम करना चाहिए?
नई दिल्ली, इंफोसिस के को-फाउंडर और भारतीय उद्योगपति Narayana Murthy ने हाल ही में एक बार फिर 70 घंटे काम करने का अपना बयान दोहराया। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं को यह समझना होगा कि उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी और भारत को दुनिया के सबसे अच्छे देशों में शामिल करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करनी होगी। उनका यह बयान कई लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत है, वहीं कुछ लोग इसे अत्यधिक काम की मांग मानते हैं।
काम के प्रति युवा मानसिकता
Narayana Murthy का कहना है कि जब तक हम खुद को कड़ी मेहनत करने के लिए तैयार नहीं करेंगे, तब तक हम किसी बड़े लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में आज भी 80 करोड़ लोग गरीब हैं, जो मुफ्त राशन पर निर्भर हैं। उनका मानना है कि अगर हमें अपने देश को एक समृद्ध राष्ट्र बनाना है, तो हमें काम करना होगा और अपनी आकांक्षाओं को ऊंचा रखना होगा।
पहली बार दिया था बयान
Narayana Murthy ने पहली बार इस विषय पर बयान 2023 में दिया था, जब उन्होंने युवा पीढ़ी से यह आग्रह किया था कि वे ज्यादा मेहनत करें और भारत को नंबर 1 बनाने की दिशा में काम करें। हालांकि, इस बयान को लेकर कई डॉक्टरों और लोगों ने आलोचना की, लेकिन ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने इसे सराहा और कहा कि यह एक सकारात्मक विचार है।
क्या है 70 घंटे काम करने का तर्क?
Narayana Murthy का कहना है कि अगर हमें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ देशों के समान बनना है, तो हमें अपनी तुलना उन देशों से करनी होगी और इसके लिए हमें हर दिन कड़ी मेहनत करनी होगी। उनका मानना है कि उद्यमिता, रोजगार के अवसरों का सृजन और निवेशकों के लिए धन सृजन राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता
Narayana Murthy का बयान हालांकि कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, लेकिन इसके साथ ही स्वास्थ्य विशेषज्ञों और मनोवैज्ञानिकों की चिंता भी बढ़ गई है। लंबे समय तक काम करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है, जिससे कर्मचारियों के जीवन की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि अत्यधिक काम के कारण तनाव और अवसाद जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जो व्यक्ति के व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन को प्रभावित कर सकती हैं।
उद्यमिता और राष्ट्र निर्माण
Narayana Murthy ने यह भी कहा कि उद्यमी राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि वे रोजगार के अवसर उत्पन्न करते हैं और देश में निवेश करते हैं। उनका मानना है कि अगर कोई देश पूंजीवाद को अपनाता है, तो वहां अच्छा बुनियादी ढांचा और बेहतर जीवन स्तर बन सकता है।
Narayana Murthy का संदेश
Narayana Murthy का यह संदेश स्पष्ट है कि देश को आगे बढ़ाने के लिए युवाओं को अपनी मेहनत में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए। यह विचार हमें प्रेरित करता है कि अगर हम सभी मिलकर काम करें तो हम अपने देश को हर क्षेत्र में उत्कृष्ट बना सकते हैं।