Saurabh Mukherjea के इन दो स्टॉक्स से जानिए सफलता का फॉर्मूला!
नई दिल्ली, भारतीय निवेश क्षेत्र के प्रमुख व्यक्ति Saurabh Mukherjea ने हाल ही में अपने निवेश के रणनीतिक कदमों से ध्यान आकर्षित किया है। उनकी फर्म मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स लगभग ₹6,000 करोड़ के पोर्टफोलियो का प्रबंधन करती है। Saurabh Mukherjea का निवेश दृष्टिकोण और उनके हालिया निर्णय हर निवेशक के लिए सीखने योग्य हैं।
Saurabh Mukherjea कौन हैं?
Saurabh Mukherjea भारत के अग्रणी फंड मैनेजर्स में से एक माने जाते हैं। उनके निवेश का फोकस दीर्घकालिक विकास पर होता है, जिसे उन्होंने “कॉफी कैन” दृष्टिकोण नाम दिया है। इस रणनीति का मुख्य उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाले स्टॉक्स का चयन करना और लंबी अवधि तक उन्हें होल्ड करना है।
हाल के निवेश: अहलूवालिया कॉन्ट्रैक्ट्स और क्लीन साइंस
Saurabh Mukherjea ने दिसंबर 2024 में दो नई कंपनियों को अपने पोर्टफोलियो में जोड़ा।
- अहलूवालिया कॉन्ट्रैक्ट्स: यह कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में काम करती है। भारत में बढ़ते शहरीकरण और सरकारी प्रोजेक्ट्स ने इस क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं पैदा की हैं।
- क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी: यह कंपनी विशेष रसायनों के निर्माण में माहिर है और पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद बनाने पर ध्यान देती है।
इन दोनों कंपनियों में निवेश मुखर्जी की सोच को दर्शाता है कि मजबूत बुनियादी बातों और भविष्य की संभावनाओं वाली कंपनियों पर ध्यान देना चाहिए।
यूरेका फोर्ब्स से बाहर निकलना
मुखर्जी ने यूरेका फोर्ब्स से केवल 9 महीने में 30% लाभ के साथ बाहर निकलने का निर्णय लिया। उनके अनुसार, कंपनी में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और सीमित विकास संभावनाएं उनके इस कदम के पीछे प्रमुख कारण थे। यह कदम यह दर्शाता है कि हर निवेशक को समय-समय पर अपने पोर्टफोलियो का मूल्यांकन करना चाहिए।
पोर्टफोलियो का प्रदर्शन
मुखर्जी का लिटिल चैंप्स पोर्टफोलियो (छोटे-कैप स्टॉक्स पर केंद्रित) और राइजिंग जायंट्स पोर्टफोलियो (मिड-कैप स्टॉक्स पर आधारित) ने 2024 में शानदार प्रदर्शन किया।
- लिटिल चैंप्स: लगभग 17.66% का शुद्ध रिटर्न।
- राइजिंग जायंट्स: लगभग 23% का लाभ।
यह प्रदर्शन उनके निवेश के सही चयन और बाजार की परिस्थितियों के साथ तालमेल को दर्शाता है।
आय वृद्धि पर मुखर्जी का फोकस
Saurabh Mukherjea का मानना है कि कंपनियों की आय में लगातार वृद्धि उनके स्थायी रिटर्न का संकेत देती है। आय वृद्धि पर जोर देने से निवेशक बाजार की अस्थिरता और जोखिमों को कम कर सकते हैं।
कॉफी कैन रणनीति: धैर्य की अहमियत
Saurabh Mukherjea “कॉफी कैन” दृष्टिकोण के समर्थक हैं। इस रणनीति में बार-बार ट्रेडिंग की बजाय लंबी अवधि तक स्टॉक्स को होल्ड करने पर जोर दिया जाता है। यह निवेशकों को समय के साथ चक्रवृद्धि विकास का लाभ उठाने में मदद करता है।
निवेशकों के लिए सबक
Saurabh Mukherjea के हालिया कदम हमें यह सिखाते हैं कि निवेश में धैर्य और रणनीतिक निर्णय महत्वपूर्ण हैं। मजबूत बुनियादी बातों पर ध्यान केंद्रित करना और समय-समय पर अपने पोर्टफोलियो का मूल्यांकन करना, एक सफल निवेशक बनने के लिए आवश्यक है।