Kisan Andolan: किसानों ने तोड़े बैरिकेड्स, दिल्ली कूच की योजना पर रोका गया।
नई दिल्ली, किसानों ने अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर दिल्ली की ओर रुख किया। सुबह से हजारों की संख्या में किसान नोएडा के महामाया फ्लाईओवर पर जुटे। दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश में उन्होंने पूरे नोएडा में जाम की स्थिति पैदा कर दी। शाम तक, आंदोलनकारी किसानों ने दिल्ली कूच का प्लान रोककर सरकार से बातचीत करने का फैसला किया। अब आंदोलन दलित प्रेरणा स्थल पर जारी रहेगा।
पुलिस की कड़ी निगरानी और डायवर्जन प्लान
किसानों के विरोध को देखते हुए पुलिस ने पहले ही तैयारियां कर रखी थीं। सेक्टर 18 से ग्रेटर नोएडा और सेक्टर 94 से दिल्ली जाने वाले मार्गों को डायवर्ट कर दिया गया। ड्रोन के जरिए किसानों की गतिविधियों पर नजर रखी गई, और वज्र वाहन तथा आरएएफ की तैनाती की गई। पुलिस का उद्देश्य था कि किसानों को बॉर्डर पर पहुंचने से रोका जा सके।
सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी और किसान नेताओं की भूमिका
सुप्रीम कोर्ट ने किसानों से अपील की कि वे अपने आंदोलन को आम जनता की सुविधा का ध्यान रखते हुए जारी रखें। कोर्ट ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की रिहाई पर संज्ञान लेते हुए उन्हें निर्देश दिया कि वह प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्ण तरीके से मार्गदर्शन करें और सड़क बाधित न करें।
आंदोलन स्थल पर पुलिस-किसान टकराव
महामाया फ्लाईओवर पर किसानों ने सड़क जाम कर दी, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। कुछ किसानों ने अम्बेडकर पार्क के पास लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ दिया। यह स्थिति प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण बन गई। पुलिस ने एक्सप्रेसवे के दोनों ओर से मार्ग बंद कर दिया, जिससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
स्कूलों में छुट्टी और ऑनलाइन कक्षाओं का निर्णय
आंदोलन को देखते हुए कई स्कूलों ने अपने कैंपस बंद कर दिए। जाम की स्थिति के कारण कई जगह ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की गईं। यह कदम विद्यार्थियों और अभिभावकों को किसी भी असुविधा से बचाने के लिए उठाया गया।
किसानों का शांतिपूर्ण आंदोलन और आगे की रणनीति
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने बताया कि जगजीत सिंह डल्लेवाल आमरण अनशन पर हैं, और उनकी तबीयत लगातार बिगड़ रही है। नेताओं ने निर्णय लिया कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से पैदल दिल्ली की ओर बढ़ेंगे। इसके लिए जरूरी सामान लेकर तैयारी की जा रही है।