Domain Meaning in Hindi | डोमेन क्या है और वेबसाईट में कैसे करें उपयोग
दोस्तों इस आर्टिकल में हम बताऐंगे Domain Meaning in Hindi, जीं हॉं डोमेन का हिन्दी मलतब क्या है? डोमेन को अपने बिजनेस में कैसे यूज़ करें जिससे आपका बिजनेस इंटरनेट पर शानदार तरीके से चले। हम जानेंगे डोमेन के प्रकार और किस देश के लिए कौन सा डोमेन लेना चाहिए, उस पर भी चर्चा करेंगे।
Domain Meaning in Hindi (डोमेन का हिन्दी अर्थ)
डोमेन के बारे में सम्पूर्ण जानकारी शुरू करने से पहले हमें ये समझना होगा कि Domain होता क्या है? यदि हम डोमेन का हिन्दी अर्थ जानना चाहें तो इसका अर्थ क्या है? दोस्तों यदि आप डोमेन का अंग्रेजी से हिन्दी अनुवाद करें तो इसका मतलब होता है अधिकार क्षेत्र, जागीर, कार्यक्षेत्र या इलाका।
परन्तु दोस्तों यहां हम बात कर रहे हैं इंटरनेट की तो डोमेन का हिन्दी अर्थ है वेबसाईट का पता (Website Address) यानि कि वो पता जिसके द्वारा हम किसी भी वेबसाईट तक पहुंच सकते हैं और उस वेबसाईट के कंटेट को पढ़ सकते हैं।
जब भी कोई व्यक्ति या कोई कम्पनी अपने बिजनेस को या ब्लॉग को इंटरनेट पर लाना चाहता है तो उसे सबसे पहले एक डोमेन (Domain) की आवश्यकता होती है। उस डोमेन के नाम पर कोई व्यक्ति या कम्पनी अपना बिजनेस शुरू कर सकती है।
इसे एक उदाहरण के द्वारा भी समझ सकते हैं, जैसे बाजार में आपकी कोई दुकान या शोरूम है और वहां आप किसी तरह का बिजनेस करते हैं। यदि आप अपने किसी जानने वाले या ग्राहकों को अपने शोरूम में बुलाना चाहते हैं तो आपको अपने शोरूम का पता (Address) बताना होगा, जिसके द्वारा ग्राहक आपके शोरूम तक आसानी से पहुंच सकें।
इसी तरह यदि आपका इंटरनेट पर कोई ब्लॉग या बिजनेस है तो आपकी सर्विस में रूचि रखने वाले लोग या ग्राहक डोमेन के सहारे ही आपकी वेबसाईट तक पहुंच सकेंगे। उम्मीद है आपको डोमेन का हिन्दी अर्थ समझ आ गया होगा,। तो बढ़ते हैं आगे
Public Domain Meaning in Hindi (पब्लिक डोमेन का अर्थ)
अब हम बात करते हैं पब्लिक डोमेन का हिन्दी अर्थ क्या है? Public Domain का मतलब है कि वो कंटेंट या इन्फॉरमेशन जो सभी के लिए खुले रूप से उपलब्ध है। कोई भी व्यक्ति इस डोमेन की सुचनाऐं आसानी से प्राप्त कर सकता है। यहां किसी तरह की कोई गुप्त जानकारी (Secret Information) नहीं होती।
डोमेन के प्रकार (Types of Domain)
Domain के कई प्रकार के होते हैं मुख्यत: इसके 5 प्रकार हैं। आपको अपने कार्य के अनुसार ही डोमेन को चुनना चाहिए यानि कि आप इंटरनेट पर क्या काम करना चाहते हैं और किसी देश में काम करना चाहते हैं। डोमेन का नाम ऐसा हो जो लोगों में आकर्षण पैदा करे। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए डोमेन लेना चाहिए।
टॉप लेवल डोमेन (Top Level Domains)
वैसे तो इंटरनेट पर .com को सर्वोपरि (Top Level) डोमेन माना जाता है जो किसी बिजनेस के लिए चुनी जाती है। यदि .com उपलब्ध नहीं हो तो आप .info, .co, .org, .net, .host, .me, .club, .space आदि टॉप लेवल डोमेन भी ले सकते हैं जिन्हें विभिन्न कायों के लिए उपयोग किया जाता है और ये अलग अलग कीमत पर खरीदी जा सकता है।
किसी देश से सम्बधित डोमेन (Country Code Domains)
अलग अलग देशों में रहने वाले लोग या कम्पनी अपने देश के एक्सटेंशन के साथ भी डोमेन का नाम चुन सकते हैं। इंटरनेट पर अलग अलग देशों के लिए अलग डोमेन एक्सटेंशन उपलब्ध हैं। उदाहरण के लिए यदि कोई व्यक्ति या कम्पनी भारत में वेबसाईट बनाना चाहती है तो वो डोमेन में .in एक्सटेंशन का इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे aajtak.in, ndtv.in आदि।
इसी तरह अमेरिका में रहने वाले .us, जापान में रहने वाले .jp, कोलंबिया में रहने वाले .co आदि एक्सटेंशन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन्हे ccTLD (Country Code TLD) डोमेन कहा जाता है।
साधारण डोमेन (Generic Domains)
साधारण टॉप लेवल डोमेन को gTLD (Generic TLD) डोमेन कहा जाता है। इस तरह के एक्सटेंशन को कार्य के आधार पर ही इस्तेमाल किया जाता है। उदाहरण के तौर पर यदि मिलिट्री के लिए कोई वेबसाईट है तो उसके लिए डोमेन में .mil का एक्सटेंशन सही होगा और यदि ऐजुकेशन के लिए कोई वेबसाईट है तो उसके लिए .edu का एक्सटेंशन उपयुक्त होगा।
इसी तरह गैर लाभकारी संस्था को .org डोमेन एक्सटेंशन लेना चाहिए। .org अन्य कार्यों के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है लेकिन .edu ऐजुकेशन के लिए ही इस्तेमाल होना चाहिए।
द्वित्तीय श्रेणी के डोमेन (Second Level Domain)
द्वित्तीय श्रेणी के डोमेन किसी देश के स्थान के आधार पर भी उपलब्ध होते हैं जैसे:
.co.uk : युनाईटेड किंगडम की कम्पनियां इस एक्सटेंशन को इस्तेमाल करती हैं।
.gov.au : ऑस्ट्रेलिया की गवर्नमेंट ऐजेंसी इस एक्सटेंशन को इस्तेमाल करती हैं।
.gov.uk: युनाईटेड किंगडम की गवर्नमेंट ऐजेंसी इस एक्सटेंशन को इस्तेमाल करती हैं।
तृतीय श्रेणी के डोमेन (Third Level Domain)
दूसरी श्रेणी के बाद तीसरी श्रेणी के डोमेन आते हैं। ये डोमेन पूरे नहीं होते बल्कि एक डोमेन का हिस्सा होते हैं उदाहरण के लिए www.thenewsgale.com में www को तीसरी श्रेणी का डोमेन कहा जाऐगा।
इसी तरह सबडोमेन को भी तसरी श्रेणी में रखा जाता है। उदाहरण के लिए english.thenewsgale.com में english तीसरी श्रेणी का डोमेन माना जाऐगा जबकि ये thenewsgale.com का ही हिस्सा है यानि कि सबडोमेन (sub domain) है।
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तो दोस्तों ये था हमारा आर्टिकल Domain meaning in Hindi उम्मीद है आपको डोमेन से सम्बधित, आपके सभी सवालों का जवाब मिल गया होगा। यदि हमारे इस आर्टिकल में कोई त्रुटि हो या ये आर्टिकल आपको कैसा लगा, हमें कमेंट करके अवश्य बताऐं।