लखनऊ, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला एकदिवसीय मैच, भारत 9 रनों से हार गया। मैच समाप्ति के बाद तेज गेंदबाज़ डेल स्टेन (Dale Steyn) ने इस मैच को लेकर एक खुलासा किया है। उन्होने अपनी ही टीम के गेंदबाज़ रबाडा के बारे में बताया कि 39वें ओवर में नो बॉल (No Ball) डालने के बाद वे बहुत नर्वस हो गये थे। भारतीय बल्लेबाज़ संजू सैमसन (Dale Steyn Sanju Samson) को लेकर वे काफी नर्वस थे क्योंकि उन्हे ऐसा लग रहा था कि कहीं संजू सैमसन, उनके ओवर में यूवराज की तरह 6 छक्के ना लगा दे। भारत को आखिरी ओवर में जीत के लिए 30 रन की आवश्यकता थी जबकि संजू सैमसन ने 3 चौके और 1 छक्का तो लगा ही दिया था लेकिन आखिरी ओवर में, वे केवल 20 रन ही बना सके थे।
संजू सैमसन ने पहले एकदिवसीय मैच में 63 गेंदों पर 86 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी। इस पारी में उन्होने 3 छक्के और 9 चौके लगाये थे और उनका स्ट्राईक रेट 136.51 रहा। भारत ने पहले टॉस जीतकर गेंदबाज़ी का निर्णय लिया। इस मौके का फायदा दक्षिण अफ्रीका ने खूब उठाया। निर्धारित 40 ओवर में अफ्रीका ने 4 विकेट के नुकसान पर 249 रन बनाये। अफ्रीका की ओर से हैनरिच और डेविड मिलर ने बढ़िया बल्लेबाज़ी की। हैनरिच ने 65 गेदों पर 74 और डेविड मिलर ने 63 गेंदों पर 75 रनों का योगदान दिया।
यूवराज जैसे काबिल सैमसन: डेल स्टेन
स्टार स्पोर्ट्स चैनल पर डेल स्टेन ने संजू सैमसन के बारे (Dale Steyn Sanju Samson) में अपनी राय बताई उन्होने कहा कि, ‘जब शम्सी आखिरी ओवर करने जा रहा था तो संजू सैमसन अच्छी तरह जानता था कि आज शम्सी का दिन अच्छा नहीं है, 39वें ओवर में जब रबाडा ने नो बॉल डाली तो मैं नर्वस था क्योंकि सैमसन एक ऐसा खिलाड़ी है जो युवराज सिंह की तरह 6 छक्के लगा सकता है और जब 30 रनों की आवश्यकता हो तो ऐसे में वह टीम को जिता सकता है।’
डेल ने कहा कि, ‘मैंने उसे IPL में देखा था, गेंदबाजों को गिराने और बाउंड्री लगाने की उनकी क्षमता, विशेषतौर पर आखिर के 2 ओवरों में, अविश्वसनीय है।’
अखिरी ओवर में 4 छक्के लगा सकता था: संजू सैमसन
मैच के आखिरी ओवर पर संजू सैमसन ने कह कि, ‘साउथ अफ्रीका के बॉलर्स ने बहुत अच्छी गेंदबाजी की लेकिन तबरेज शम्सी काफी महंगा साबित हो रहा था और हमें ये लगा कि हम शम्सी को निशाना बना सकते हैं। मुझे पता था कि उसका एक ओवर बचा हुआ है और यदि हमें जीत के लिए 24 रन की आवश्यकता होती तो मुझे पूरा विश्वास था कि मैं 4 छक्के लगा सकता हूं। हम आखिर तक जीतने का प्रयास करना चाहते थे। यही हमारी रणनीति थी।’