BrahMos का एंटी-शिप मिसाइल सिस्टम के निर्यात के लिए फिलीपींस के साथ अनुबंध
BrahMos Signs Contract with Philippines: ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड (BAPL) ने फिलीपींस को तट आधारित एंटी-शिप मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति के लिए 28 जनवरी, 2022 को फिलीपींस गणराज्य के राष्ट्रीय रक्षा विभाग के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।
बीएपीएल, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है। ये अनुबंध भारत सरकार की जिम्मेदार रक्षा निर्यात को बढ़ावा देने की नीति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। आपको बता दें हाल ही में फिलीपींस ने लगभग 37.5 करोड़ डॉलर के सौदे पर मंजूरी की मुहर लगाई थी।
भारत सरकार आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ सुरक्षा उपकरणों के कारोबार में भी अपनी स्थिति बेहतर करना चाहती है। इस कदम के साथ भारत के एक बड़े हथियारों का निर्यातक बनने के प्रयासों को बल मिलेगा।
14 जनवरी को फिलीपींस ने अपनी नौसेना के लिए तट पर तैनात होने वाली जहाज रोधी मिसाइलों की आपूर्ति को लेकर ब्रह्मोस एयरोस्पेस के साथ 37.5 करोड़ डॉलर का अनुबंध किया था।
2021 की शुरूआत में ही फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते समझौते पर हस्ताक्षर करना चाहते थे लेकिन कोविड महामारी के कारण ये अनुबंध नहीं हो सका था।
ब्रह्मोस एक सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल
BrahMos एक सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है जो कम दूरी की मार करने में सक्षम है। इसे कई माध्यमों के साथ प्रयोग किया जा सकता है। ब्रह्मोस मिसाईल को पानी के जहाज, पनडुब्बी, जमीन से या विमान से भी चलाया जा सकता है।
ब्रह्मोस का विकास रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया (NPO Mashinostroeyenia) तथा भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के द्वारा किया गया है। ब्रह्मोस मसाईल रूस की P-800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर आधारित है।
ब्रह्मोस का समुद्री से तथा थल से पहले ही सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है तथा भारतीय सेना एवं नौसेना को पहले ही सौंपा जा चुका है। ब्रह्मोस भारत और रूस के द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई अब तक की सबसे आधुनिक प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है और ब्रह्मोस ने भारत को मिसाइल तकनीक में अग्रणी देश बना दिया है।