कोरोना वायरस संक्रमण से केवल चीन ही नहीं बल्कि पूरा विश्व चिंतित है। चीन में तो यह भयावह रूप लेता जा रहा है। दिन-ब-दिन मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है और संक्रमित लोगों की भी।
सोमवार 17 फरवरी 2020, खबर लिखे जाने तक चीन में अब तक 1,700 से ज्यादा लोग की मृत्यु हो चुकी है जबकि 60,000 से ज्यादा लोग संक्रमित बताए जा रहे हैं जिनका इलाज चीन के अलग अलग अस्पतालों में किया जा रहा है।
कुछ मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चीन में कुछ अस्पतालों में मरीजों को दवाएं और खाना पहुंचाने के लिए रोबाट्स की मदद ली जा रही है। शोशल मिडिया पर लोग इस प्रयोग की काफी तारीफ कर रहे हैं और इससे संम्बधित विडियो शोशल मिडिया पर वायरल हो रहे हैं इससे पहले चीन के द्वारा 10 दिनों में एक विशाल अस्पताल के निर्माण की खबर भी शोशल मिडिया पर वायरल हो चुकी है।
हांलाकि चीन अब इस कोशिश में है कि कोरोना वायरस को देश के दूसरे शहरों में फैलने से रोका जाए। इसलिए इस काम के लिए रोबोट्स का सहारा लिया जा रहा है।
चीन से अन्य देशों में जाने वाली फ्लाईट्स को जर्मफाल्कन बॉट्स के द्वारा साफ किया जा रहा है। जर्मफाल्कन के सह-संस्थापक और अध्यक्ष इलियट क्रिटेनबर्ग के अनुसार, जर्मफाल्कन बॉट्स, अल्ट्रावॉयलेट स्कैन के द्वारा ये सुनिश्चित करते हैं कि कहीं विमान में कोई इन्फेक्शन तो नही है।