Ram Mandir में घुसने का नया रास्ता: कैसे बदली सुरक्षा व्यवस्था?
Ram Mandir: नई दिल्ली, प्रतिष्ठा द्वादशी के तीन दिवसीय आयोजन में श्रद्धालुओं और विशिष्ट अतिथियों के लिए Ram Mandir परिसर में प्रवेश मार्गों और सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर अहम निर्णय लिए गए हैं। इस आयोजन के दौरान, Ram Mandir में प्रवेश करने के लिए विभिन्न गेटों का उपयोग किया जाएगा, और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक सटीक व्यवस्था बनाई गई है।
आमंत्रित अतिथियों के प्रवेश मार्ग
प्रतिष्ठा द्वादशी के आयोजन में आमंत्रित किए गए विशिष्ट अतिथियों को राम मंदिर परिसर में रंग महल बैरियर स्थित गेट संख्या-दो से प्रवेश दिया जाएगा। इस मार्ग से वे सीधे Ram Mandir में प्रवेश करेंगे। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य प्रमुख अतिथि वीवीआईपी गेट संख्या-11 से मंदिर परिसर में जाएंगे। इस व्यवस्था से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आयोजन में भाग लेने वाले महत्वपूर्ण व्यक्तियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न हो।
सुरक्षा व्यवस्था और गेट संख्या-तीन का उपयोग
Ram Mandir परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों और सुरक्षा अधिकारियों के बीच विचार-विमर्श हुआ। इस चर्चा के बाद, गेट संख्या-तीन को सुरक्षा कारणों से जरूरत पड़ने पर ही खोला जाएगा। गेट संख्या-तीन विशेष रूप से विशिष्ट अतिथियों के प्रवेश और निकासी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि इस गेट का उपयोग तभी किया जाएगा जब आवश्यक हो।
साधारण दर्शनार्थियों के लिए प्रवेश मार्ग
साधारण श्रद्धालुओं को राम मंदिर में दर्शन के लिए रामजन्मभूमि पथ से प्रवेश दिया जाएगा। श्रद्धालु रामलला के दर्शन के बाद यात्री सुविधा केंद्र के पास स्थित प्रवेश द्वार से अंगद टीले की ओर निकलेंगे। यह व्यवस्था श्रद्धालुओं की सुविधाजनक निकासी के लिए बनाई गई है। श्रद्धालुओं को यहां से भोजन प्रसाद लेकर अपने गंतव्य की ओर जाने का मार्ग मिलेगा और वे मंदिर परिसर में बने विशाल पंडाल में मुख्यमंत्री का संबोधन भी सुन सकेंगे। इसके अलावा, वे श्रीरामकथा और सांस्कृतिक संध्या में भी भाग ले सकते हैं।
श्रद्धालुओं के लिए निकासी व्यवस्था
श्रद्धालुओं की निकासी के लिए अंगद टीले पर सड़क पहले से ही निर्मित की जा चुकी है। इस मार्ग के माध्यम से श्रद्धालुओं को आसानी से बाहर निकाला जा सकेगा, जिससे उनके दर्शन के अनुभव में कोई रुकावट न आए। यह व्यवस्था आयोजन की सफलता में सहायक साबित होगी और दर्शकों को एक सरल और सुरक्षित अनुभव प्रदान करेगी।
विशिष्ट अतिथियों के प्रवेश व्यवस्था पर अंतिम निर्णय
प्रारंभ में चर्चा हुई थी कि प्रतिष्ठा द्वादशी में आमंत्रित लगभग दो सौ विशिष्ट अतिथियों को गेट संख्या-तीन से प्रवेश दिया जाए, लेकिन सुरक्षा कारणों और ट्रस्ट पदाधिकारियों के विचार विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया कि उन्हें रंग महल बैरियर स्थित गेट संख्या-दो से ही प्रवेश मिलेगा। इस गेट से राम मंदिर और यज्ञशाला के लिए मार्ग तय किया गया है। जरूरत पड़ने पर गेट संख्या-तीन को खोला जा सकता है, लेकिन यह एक वैकल्पिक व्यवस्था होगी।