नई दिल्ली, विश्वभर के फुटबॉल प्रेमियों पर फीफा वर्ल्ड कप (2022 Fifa World Cup) का बुखार चढ़ चुका है। फुटबॉल का ये खेल वैसे तो दुनियाभर में खेला जाता है लेकिन विशेष तौर पर इस खेल के दीवाने यूरोप और अमेरिका में ज्यादा दिखाई देते हैं और उन्ही देशों की टीमों ने ही सबसे ज्यादा बार फीफा वर्ल्ड कप को जीता है। एशिया में भी काफी फुटबॉल खेला जाता है लेकिन एशियाई टीमें यूरोपीय टीमों की टक्कर में कहीं नहीं ठहरती। फीफा वर्ल्ड कप दुनिया का सबसे मंहगा टूर्नामेंट है जो इस बार कतर में 20 नवंबर से खेला जा रहा है।
एशियन टीमों का औसत प्रदर्शन (2022 Fifa World Cup)
फीफा वर्ल्ड कप (2022 Fifa World Cup) के 92 साल के इतिहास में इस बार, ऐसा पहली बार हुआ है जब वर्ल्ड कप में एकसाथ एशिया की 6 टीमें, इस प्रतियोगिता में स्थान बनाने में कामयाब हो पाईं हैं। एशिया की ये 6 टीमें हैं कोरिया, जापान, सऊदी अरब, कतर, ऑस्ट्रेलिया और ईरान। इस प्रतियोगिता में कुल 8 ग्रूपों से 32 टीमें भाग ले रही हैं। आपको बता दें फीफा वर्ल्ड कप में अभी तक एशिया के 13 देश ही खेल सके हैं जिनमें दक्षिण कोरिया, एशिया की एकमात्र टीम है जिसने 2002 के फीफा वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी और इस मैच में दक्षिण कोरिया को जर्मनी के विरूद्ध 1-0 से हार का सामना करना पड़ा था।
दक्षिण कोरिया के अलावा, केवल उत्तर कोरिया ही वर्ष 1966 में फीफा वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में कामयाब रहा था। केवल 2002 और 2010 के विश्वकप ही ऐसे रहे जिसमें 2 एशियाई टीमें, दूसरे दौर तक पहुंची लेकिन इस बार के फीफा वर्ल्ड कप (2022 Fifa World Cup) में 6 एशियाई टीमों ने एकसाथ प्रतियोगिता में जगह बनाई है।
दक्षिण कोरिया और जापान का औसत प्रदर्शन
फीफा वर्ल्ड कप में अब तक दक्षिण कोरिया और जापान का ही प्रदर्शन थोड़ा बहुत अच्छा रहा जिसे औसत कहा जा सकता है। जापान के 18 और कोरिया के 8 फुटबाल खिलाड़ी हैं जो यूरोपीय क्लबों में खेलते हैं। कोरिया की टीम इस विश्वकप के साथ 10वीं बार हिस्सा लेगी और जापान की टीम 7वीं बार प्रतियोगिता में हिस्सा लेने जा रही है। ये दूसरी बार है जब किसी एशियाई देश को (कतर) फीफा वर्ल्ड कप की मेज़बानी का मौका मिला है इससे पहले 2002 में कोरिया और जापान ने संयुक्त रूप से फीफा वर्ल्ड कप का आयोजन किया है।
अधिकतर एशियाई टीमें पहले दौर से बाहर
बात करें अन्य एशियाई टीमों की तो इनके बाद ईरान का नम्बर आता है जो इस बार 6ठी बार विश्वकप (2022 Fifa World Cup) का हिस्सा बनने जा रहा है लेकिन ईरान की टीम कभी भी पहले दौर से आगे नहीं बढ़ सकी है। 1994 में पहली बार साउदी अरब को विश्वकप खेलने का मौका मिला और इस बार उनकी टीम भी 6ठी बार विश्वकप में खेलने के लिए उतरेगी। साउदी अरब की टीम भी पहले दौर से आगे नहीं बढ़ सकी है। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम आती है जो अपना चौथा विश्वकप खेल रही है। ऑस्ट्रेलिया 2002 के अलावा अपने पहले दौर से आगे नहीं बढ़ा।
ब्राज़ील और इटली ने सबसे ज्यादा जीता विश्वकप
एशियाई फुटबॉल टीमों का विश्वकप में कुछ खास प्रदर्शन नहीं रहा है इसके विपरीत यूरोपीय देशों ने सबसे ज्यादा बार फीफा वर्ल्ड कप जीता है। ब्राज़ील की टीम ने हर बार वर्ल्ड कप में जगह बनाई है और ब्राज़ील ने सबसे ज्यादा, 5 बार फीफा वर्ल्ड कप अपने नाम किया है। इसके बाद जर्मनी और इटली ने 4-4 बार वर्ल्ड कप फुटबाल जीता है।