नई दिल्ली, बॉलीवुड के प्रतिष्ठित कपूर परिवार के दिग्गज अभिनेता शशि कपूर के पोते, Zahan Kapoor, एक नए चहरे के रूप में फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना रहे हैं। 11 मार्च 1992 को कुणाल कपूर और शीना सिप्पी के घर जन्मे ज़हान कपूर का संबंध भारतीय सिनेमा के महान सितारों से है। उनके दादा, शशि कपूर, और परदादा, पृथ्वीराज कपूर, सिनेमा के पायनियर माने जाते हैं। इसके अलावा, उनके चचेरे भाई जैसे करिश्मा कपूर, करीना कपूर और रणबीर कपूर भी बॉलीवुड के चर्चित नाम हैं, जिससे उनका परिवार पहले से ही फिल्म इंडस्ट्री में एक अहम स्थान रखता है।
थिएटर से शुरू हुआ सफर
Zahan Kapoor ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत थिएटर से की। वह प्रसिद्ध थिएटर निर्देशक सुनील शानबाग के साथ जुड़े और बच्चों की कार्यशालाओं में मदद की। इसके बाद, वह थिएटर की गतिविधियों में भी सक्रिय हो गए और दर्शकों के बीच अपनी कला का प्रदर्शन करने लगे। थिएटर के अनुभवों ने उन्हें न केवल मंच पर अभिनय का हुनर सिखाया, बल्कि यह भी बताया कि अभिनय में गहराई और प्रतिबद्धता कितनी अहम होती है।
फ़राज़ और सियाचिन में महत्वपूर्ण भूमिका
Zahan Kapoor को 2002 में फिल्मकार हंसल मेहता की फिल्म “फ़राज़” में अभिनय करने का मौका मिला, जिसने उन्हें पहचान दिलाई। इसके बाद, उन्होंने आदित्य रावल द्वारा लिखित और मकरंद देशपांडे द्वारा निर्देशित नाटक “सियाचिन” में काम किया। इस नाटक में उन्होंने भारतीय सैनिकों की उत्तरजीविता को सियाचिन ग्लेशियर के संदर्भ में दर्शाया, जो एक गंभीर और प्रभावशाली विषय था।
फोटोग्राफी में रुचि
अभिनय के अलावा, Zahan Kapoor को फोटोग्राफी का भी शौक है। वह अक्सर अपनी सोशल मीडिया पर शानदार तस्वीरें साझा करते हैं, जो उनके रचनात्मक दृष्टिकोण को दर्शाती हैं। उनके फोटोग्राफ्स में कला और खूबसूरती का मिलाजुला संयोजन होता है, जिससे उनके फॉलोअर्स हमेशा प्रभावित होते हैं।
हाल ही में “ब्लैक वारंट” में ज़हान कपूर
हाल ही में रिलीज़ हुई वेब सीरीज “ब्लैक वारंट” में Zahan Kapoor ने सुनील गुप्ता का किरदार निभाया है, जो तिहाड़ जेल में एक नौसिखिया जेलर के रूप में नजर आते हैं। इस सीरीज में तिहाड़ जेल की सत्ता गतिशीलता और जेल की कठोर वास्तविकताओं को दर्शाया गया है। ज़हान के अभिनय को इस सीरीज में काफी सराहा जा रहा है। उन्हें इस कहानी में राहुल भट, परमवीर सिंह चीमा, अनुराग ठाकुर, और सिद्धांत गुप्ता जैसे सशक्त कलाकारों का साथ मिला है, जिन्होंने कहानी को और भी प्रभावशाली बना दिया है।
ब्लैक वारंट एशिया की सबसे बड़ी और बदनाम जेल, तिहाड़ जेल, की सच्चाई को उजागर करती है और यह सुनील गुप्ता और सुनेत्रा चौधरी की किताब “ब्लैक वारंट: कन्फेशंस ऑफ ए तिहाड़ जेलर” पर आधारित है।