Kannauj रेलवे स्टेशन पर शटरिंग ढहने से मचा हड़कंप, 23 मजदूरों को मलबे से निकाला गया!
नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश के Kannauj रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जब एक निर्माणाधीन इमारत ढह गई। इस हादसे में कई मजदूर मलबे में दब गए। घटना उस समय हुई जब स्टेशन पर सौंदर्यीकरण परियोजना के तहत दो मंजिला इमारत पर काम चल रहा था। हादसे के समय करीब 35 मजदूर साइट पर मौजूद थे, और उनका काम इमारत की शटरिंग और अन्य निर्माण कार्यों में था। इस दुर्घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया और बचाव कार्य तेजी से शुरू किया गया।
बचाव कार्य और मलबे से निकाले गए मजदूर
हादसे के बाद, रेलवे, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने तेजी से बचाव कार्य शुरू किया। अभी तक 23 मजदूरों को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। हालांकि, कुछ मजदूर अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं और उन्हें निकालने की कोशिशें जारी हैं। जिला मजिस्ट्रेट शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने बताया कि यह हादसा उस समय हुआ जब निर्माणाधीन छत की शटरिंग ढह गई। बचाव कार्यों के दौरान मौके पर मौजूद प्रशासनिक और स्थानीय अधिकारियों ने सुनिश्चित किया कि किसी भी प्रकार की कमी न हो और जल्द से जल्द सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जाए।
मुख्य प्राथमिकता: फंसे हुए मजदूरों को बचाना
जिला मजिस्ट्रेट शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने अपनी प्राथमिकता को स्पष्ट किया, “हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है कि जितने भी मजदूर मलबे के नीचे दबे हैं, उन्हें जल्दी से जल्दी बाहर निकाला जाए। इसके लिए हम सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त सहायता भी मंगवाई जाएगी।” अधिकारियों ने कहा कि इस प्रकार के हादसों को रोकने के लिए निर्माण कार्यों में सुरक्षा उपायों की पुनरावलोकन किया जाएगा।
राज्य सरकार की राहत राशि की घोषणा
उत्तर प्रदेश सरकार ने हादसे में गंभीर रूप से घायल मजदूरों के लिए मुआवजा की घोषणा की है। गंभीर रूप से घायल मजदूरों को 50,000 रुपये और मामूली रूप से घायल मजदूरों को 5,000 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। राज्य सरकार ने इस हादसे को लेकर संवेदना व्यक्त की और सभी प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।
मदद के लिए बुलाया गया एसडीआरएफ
रेलवे और प्रशासन के राहत कार्य में तेजी लाने के लिए लखनऊ से राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) को भी बुलाया गया है। एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर मलबे के नीचे दबे मजदूरों को निकालने के काम में सहायता शुरू कर दी है। राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है, और प्रशासन ने इस मामले में पूरी गंभीरता से काम किया है।