Tesla की डूबती नाव, क्या भारत उसे सहारा दे सकता है?
नई दिल्ली, एलन मस्क की कंपनी Tesla ने भारत में अपनी उपस्थिति को लेकर ताजे संकेत दिए हैं। हाल ही में Tesla ने अपने लिंक्डइन पेज पर भारत में कर्मचारियों की भर्ती के लिए जॉब पोस्ट किया, जिससे यह अफवाहें फैलने लगी हैं कि टेस्ला जल्द ही भारत में अपनी इलेक्ट्रिक कारों को लॉन्च कर सकता है। खास बात यह है कि दुनिया के अन्य देशों में Tesla की बिक्री में गिरावट देखी जा रही है, जबकि भारत एक नए और महत्वपूर्ण बाजार के रूप में उभर सकता है।
Tesla की बिक्री में गिरावट: क्या है कारण?
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2025 की शुरुआत में, Tesla की बिक्री प्रमुख बाजारों में गिरावट का सामना कर रही है। यूके, फ्रांस, नीदरलैंड, स्वीडन, और जर्मनी जैसे देशों में Tesla की बिक्री में भारी गिरावट आई है। जर्मनी में तो टेस्ला की बिक्री 59% तक गिर गई, जो कंपनी के लिए एक बड़ा झटका है। इसके साथ ही अन्य यूरोपीय देशों में भी टेस्ला को कमजोर बिक्री का सामना करना पड़ा है। इस गिरावट के पीछे कई कारण माने जा रहे हैं, जिनमें बढ़ती प्रतिस्पर्धा और एलन मस्क की राजनीतिक गतिविधियों का भी असर शामिल है।
एलन मस्क की छवि और बिक्री में गिरावट
टेस्ला की बिक्री में गिरावट का एक बड़ा कारण एलन मस्क की छवि को भी माना जा रहा है। यूरोपीय बाजारों में जहां राजनीतिक रूप से उदार विचारधारा वाले लोग रहते हैं, वहां टेस्ला की बिक्री में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। इसके अलावा, एलन मस्क की दक्षिणपंथी पार्टियों से नजदीकी संबंधों को लेकर कई उपभोक्ता नाखुश हैं। इससे टेस्ला के ब्रांड की छवि पर नकारात्मक असर पड़ा है। स्वीडन में किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि सिर्फ 11% लोग ही अब टेस्ला ब्रांड को पसंद करते हैं। इसके अलावा, ब्रिटेन में भी 60% ग्राहक मस्क की राजनीतिक गतिविधियों के कारण टेस्ला खरीदने से बच रहे हैं।
बढ़ती प्रतिस्पर्धा: क्या टेस्ला को चुनौती मिल रही है?
टेस्ला की बिक्री में गिरावट का एक और कारण बढ़ती प्रतिस्पर्धा है। पहले जहां EV बाजार में सिर्फ 25 मॉडल उपलब्ध थे, वहीं अब यह संख्या बढ़कर 133 से अधिक हो चुकी है। इसके साथ ही चाइनीज EV ब्रांड BYD ने भी टेस्ला को कड़ी टक्कर देना शुरू कर दिया है। खासकर यूरोप में BYD जैसे चीनी ब्रांड्स ने अपने उत्पादों की गुणवत्ता और कीमत के कारण ग्राहकों का ध्यान आकर्षित किया है। ब्रिटेन में 56% संभावित EV खरीदार अब चीनी EV ब्रांड्स की ओर रुझान दिखा रहे हैं।
भारत में टेस्ला की उम्मीदें
अब सवाल यह है कि क्या टेस्ला भारत में अपनी बिक्री बढ़ा सकता है? भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) के लिए एक बढ़ता हुआ बाजार है, और टेस्ला के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है। भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और EV को लेकर बढ़ता उत्साह टेस्ला के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। भारत में टेस्ला की आने से ईवी मार्केट में नई प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और भारतीय उपभोक्ताओं को नई तकनीकी सुविधाओं और उन्नत मॉडल्स का अनुभव मिलेगा।