Tejashwi on Bihar Flood Situation : बिहार और यूपी समेत अन्य राज्यों में बाढ़ आने के कारण स्थिति बहुत खराब है। बिहार में गंगा नदी में अलग ही तबाही मची है हालांकि रविवार को गंगा का जलस्तर कम पाया गया। बिहार में कई जिले ऐसे हैं जो बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। बिहार के लोग इस समय दहशत भरे माहौल में जी रहे हैं। लोगों की स्थिति काफी गंभीर नज़र आ रही है।
कई तरह की सम्सयाओं का सामना भी करना पड़ रहा है जैसे फसलों का बर्बाद हो जाना, घर में पानी भर जाना, पानी भरने के कारण कई तरह की बीमारियों का उत्पन्न होना आदि। हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने हवाई सर्वेक्षण करते हुए बिहार की स्थिति का जायजा लिया। इस पर तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा कि केवल हवाई सर्वेक्षण करने से बिहार की स्थिति में बदलाव नहीं आएगा।
क्या बदल सकती है बिहार की सरकार?
बिहार कोविड -19 और विनाशकारी बाढ़ के संकट से बुरी तरह पीड़ित है। इसी वजह से चुनाव को लेकर फिलहाल लोगों में कोई उत्साह नजर नहींं आ रहा है। बिहार में चल रही स्थिति को लेकर लोगो के मन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार के प्रति काफी शिकायतें हैं। साथ ही बिहार के लोगों का यह भी मानना है कि फिलहाल उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। मौजूदा राज्य सरकार से लोगों का मोहभंग हो सकता है लेकिन सत्ता में बदलाव तभी संभव है जब नीतीश कुमार से बेहतर विकल्प मिल जाएगा। ऐसे संकट की घड़ी में लोग केवल सरकार से मदद की उम्मीद कर रहे हैं।
नाव ही लाइफलाइन है : Tejashwi Yadav
तेजस्वी ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर ट्वीट किया “लोग तकलीफ में हैं…..क्या हेलिकाप्टर सिर्फ CM और PM के चढ़ने के लिए है? बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए हेलिकाप्टर, सेना, NDRF, SDRF की मदद क्यों नहीं ली जा रही?…” :- नेता प्रतिपक्ष @yadavtejashwi उन्होने ट्वीटर पर एक विडियो जारी करते हुए कहा कि लोग इस समय तकलीफ में है। हालांकि यह कोई नई समस्या नहीं है क्योंकि हर साल पानी बढ़ता है तो बाढ़ आती है। बिहार के कई इलाके रेड एलर्ट पर रहते हैं।
साथ ही Tejashwi Yadav बताते हैं कि फिलहाल नाव ही लाइफलाइन है क्योंकि लोगों का आना जाना उसके ज़रिए ही चल रहा है। हालांकि नाव से खतरा भी बना रहता है क्योंकि कई बार नाव पलट जाने के कारण बच्चों की मृत्यु भी हुई है। यह कोई पहला हादसा नहीं है।
कच्ची दरघाह से जाते हुए भी लोग नाव से डूब गए। कई समस्याएं जैसे मवेशियों की, खाने-पीने की उत्पन्न होती है और काम ठप हो जाता है। कोई सुनने वाला नहीं है। बिहार में डबल इंजन सरकार होने के बावजूद भी कोई पूछने वाला नहीं है। मोदी सरकार ने भी कोई टीम नहीं भेजी जिससे पता लगाया जाए कि बिहार में किन-किन इलाकों में पानी भरा है। खाली हवाई सर्वेक्षण किया लेकिन उस पर कोई नतीजा नहीं आया।
किसी तरह की बैठक या मीटिंग तक नहीं बैठायी गई है। मवेशियों के पास चारा नहीं है, लोगों को पास राशन की समस्या है, बिमारी की समस्या है। यदि किसी को कोरोना महामारी की समस्या हो जाए तो उसे अस्पताल ले जाने का कोई साधन नहीं है। हैलीकॉप्टर केवल CM और PM के चढ़ने के लिए ही है? सरकार को हैलीकॉप्टर के प्रयोग से, सेना की मदद से, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की सहायता से घर-घर राशन पानी भिजवाना चाहिए।
Tejashwi ने नाव में बैठकर किया बाढ़ सर्वेक्षण
नेता प्रतिपक्ष RJD के Tejashwi Yadav ने बीते मंगलवार को अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर में बाढ़ का जायजा लिया। उनके साथ महुआ के विधायक भी मौजूद थे। तेजस्वी अपनी प्राइवेट नाव के ज़रिए लोगों के बीच पहुंचे और उनकी परेशानियों के बारे में बातचीत की। उन्होंने तेरसिया जाकर बीते दिनों में हुई नाव हादसे की पूरी जानकारी भी ली।
उस हादसे में कई बच्चों की मौत हो गई। इस पर तेजस्वी ने दुख जाहिर करते हुए लोगों को आश्वाशन दिया कि उनकी हर समस्या सरकार तक पहुंचायी जाएगी। सर्वेक्षण करते समय उनके साथ पार्टी के कई कार्यकर्ता और नेता भी थे। बिहार में एसे कई इलाके हैं जो बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। बिहार लगातार छह महीने से बाढ़ की समस्या से झूझ रहा है लेकिन सरकार का अभी तक इसपर किसी तरह का नतीजा सुनने को नहीं मिला है।