Ganesh Chaturthi 2021 : भारत त्यौहारों और उत्सवों का देश कहा जाता है चूंकि यहां हर धर्म जाति के लोग रहते हैं तो यहां हर दिन कोई न कोई त्यौहार-उत्सव होता है इसी कड़ी में आगामी 10 सितंबर को देश भर में गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी लेकिन कोरोना की स्थिति को देखते हुए दिल्ली और मुम्बई में गणेश चतुर्थी पर कुछ प्रतिबंध भी लागू रहेंगे।
गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2021) भगवान गणेश के जन्मोत्सव के तौर पर मनाई जाती है। हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूज्यनीय माना गया है और ऐसा माना जाता है कि सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करने से सभी विघ्न दूर होते हैं और सभी कार्य संपूर्ण होते हैं इसलिए भगवान गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है।
ऐसे तो पूरे देश में गणेश चतुर्थी की धूम रहती है लेकिन महाराष्ट्र में इसे काफी धूम–धाम से मनाया जाता है। ढोल–नगाड़ों के साथ बप्पा को घर लाया जाता है और घर में स्थापित किया जाता है। अलग–अलग लोग अपनी इच्छा शक्ति के अनुसार बप्पा को घर में रखते है। ये उत्सव 10 दिन तक मनाया जाता है फिर अनंत चतुर्दशी के दिन ढोल–नगाड़ों के साथ उनकी मूर्ति को विसर्जित किया जाता है।
Ganesh Chaturthi 2021 शुभ मुहूर्त
इस बार गणेश जी की पूजा का शुभ मुहूर्त दिन में 12 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगा और रात 10 बजे तक रहेगा।
जानें कैसे करें बप्पा को खुश
पूजन के समय “ॐ गं गणपतेय नमः” का जाप करें और भगवान गणेश को जल, धूप, दीप, नैवेद्द, फल-फूल अर्पित करें और भगवान गणेश को अतिप्रिय मोदका का भोग लगाएं।
गणेश चतुर्थी जिसे बॉलीवुड सितारे भी काफी धूम धाम से मनाते हैं वहीं इस बार बॉलीवुड के भाई सलमान खान गणेश चतुर्थी के दिन अपनी आने वाली फिल्म ‘Antim’ का ‘Vighnharta Song’ भी ला रहे हैं। सलमान खान ने ट्वीट किया है “बप्पा आ रहे हैं।”
दिल्ली में गणेश चतुर्थी सार्वजनिक रुप से मनाने पर रोक
चूंकि 2020 से कोरोना महामारी ने हमारी जिंदगी के साथ-साथ उत्सवों और त्यौहारों पर भी काफी असर डाला है जिसके चलते दो सालों से त्यौहारों की वो धूम भी नजर नहीं आती। इसी कड़ी में दिल्ली में Ganesh Chaturthi को सार्वजनिक रुप से मनाने पर रोक लगा दी गई है।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने कहा है कि कोरोना के चलते दिल्ली में गणेश चतुर्थी पर किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम को मंजूरी नहीं दी जाएगी। DDMA ने कहा है कि जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस उपायुक्त ये सुनिश्चित करेंगे कि गणेश की प्रतिमा, टेंट, पंडाल ना स्थापित किए जाएं और ना ही किसी प्रकार की भीड़ जमा हो, लोग अपने घरों में पर्व मनाएं।
महाराष्ट्र में जारी हई SOP
वहीं महाराष्ट्र में कोरोना मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं जिसको देखते हुए गणेश चतुर्थी पर महाराष्ट्र सरकार ने SOP (Standard Operating Procedure) जारी की है जिसके अनुसार ऑफलाइन दर्शन, विसर्जन जुलूसों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। प्रसिद्ध मंडल ही मूर्तियों को विसर्जित कर सकेंगे जिसमें केवल 10 स्वयंसेवकों को साथ जाने की अनुमति होगी।
समुद्र के किनारे, मूर्ति को बीएमसी और गैर सरकारी संगठनों के स्वयंसेवकों को सौंपा जाएगा जो मूर्ति को विसर्जित करेंगे। वहीं बीएमसी ने घर में उत्सव मनाए वाले भक्तों के लिए भी दिशा निर्देश जारी किए हैं जिसका पालन करना अनिवार्य होगा।