रूस की स्पूटनिक न्यूज़ ऐजेंसी के हवाले से खबर है कि रूस के सेचेनोव यूनीवर्सिटी ने दुनिया के पहले COVID-19 वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।
इंस्टीट्यूट फॉर ट्रांसलेशनल मेडिसिन एंड बायोटेक्नोलॉजी के निदेशक वादिम तरासोव ने बताया कि वालेंटियर्स के पहले ग्रुप को बुधवार 15 जुलाई और दूसरे को 20 जुलाई को छुट्टी दे दी जाएगी।
सेचेनोव यूनीवर्सिटी ने पिछले महीने 8 जून से रूस के गेमली इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा निर्मित इस टीके का क्लिनिकल ट्रायल शुरू किया था।
तरासोव ने आगे बताया कि “सेचेनोव विश्वविद्यालय ने कोरोनोवायरस के खिलाफ दुनिया के पहले टीके का वॉलेंटियर्स पर सफलतापूर्वक परीक्षण पूरा कर लिया है”
सेचेनोव यूनिवर्सिटी में इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल पैरासिटोलॉजी, ट्रॉपिकल एंड वेक्टर-बॉर्न डिसीज़ के निदेशक अलेक्जेंडर लुकाशेव के अनुसार, अध्ययन के इस चरण का उद्देश्य मानव स्वास्थ्य के प्रति वैक्सीन की सुरक्षा को जांचना था, जो सफलतापूर्वक किया गया।
लुकाशेव ने कहा कि “वैक्सीन की सुरक्षा की पुष्टि की जाती है। यह उन टीकों की सुरक्षा से मेल खाता है जो वर्तमान में बाजार में हैं। वैक्सीन की डिवेलपमेंट की योजना, पहले से ही डेवलपर की रणनीति द्वारा निर्धारित की जा रही है, जिसमें वायरस के साथ महामारी विज्ञान की स्थिति और वैक्सीन उत्पादन को स्केल करने की संभावना शामिल है।”
उन्होने बताया कि “सेचेनोव विश्वविद्यालय ने एक महामारी की स्थिति में न केवल एक शैक्षणिक संस्थान के रूप में, बल्कि एक वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान केंद्र के रूप में भी काम किया, जो ड्रग्स के रूप में इस तरह के महत्वपूर्ण और जटिल उत्पादों के निर्माण में भाग लेने में सक्षम है। हमने इस टीके पर प्रीक्लीनिकल अध्ययन और प्रोटोकॉल डिवेलपमेंट के साथ काम शुरू किया और वर्तमान में इसके ओर क्लिनिकल परीक्षण चल रहे हैं।”
Source : Sputnik