नई दिल्ली, बॉलीवुड अभिनेत्री Nushrat Bharucha सिर्फ अपने अभिनय के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी खुली सोच और धार्मिक विविधता को अपनाने के लिए भी जानी जाती हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान नुसरत ने अपनी निजी जिंदगी और धर्म को लेकर बेबाक बात की, जिसने कई लोगों को प्रेरित किया।
‘छोरी 2’ के प्रमोशन में खुलकर बोलीं Nushrat Bharucha
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अपनी फिल्म ‘छोरी 2’ के प्रमोशन के दौरान Nushrat Bharucha ने एक पॉडकास्ट में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने बताया कि वह मुस्लिम धर्म से हैं, लेकिन उनका विश्वास किसी एक धर्म तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें मंदिर, गुरुद्वारे, चर्च और मस्जिद – सब जगह से आध्यात्मिक शांति मिलती है।
बचपन से धर्मों के संगम में पली-बढ़ीं
Nushrat Bharucha ने बताया कि वह बचपन से ही मंदिरों, गुरुद्वारों और चर्चों में जाती रही हैं। उनके अनुसार उन्होंने कई बार चर्च में ‘नोवेना’ किया है और संतोषी माता का 16 शुक्रवार का व्रत भी रखा है। इतना ही नहीं, उन्होंने वैष्णो देवी की यात्रा भी पूरी श्रद्धा से पैदल चढ़ाई करके की।
नमाज और मंदिर – दोनों से मिलती है सुकून की अनुभूति
Nushrat Bharucha ने कहा कि वह नमाज भी पढ़ती हैं और अगर समय मिले तो पांच वक्त की नमाज भी अदा कर सकती हैं। साथ ही मंदिरों में जाकर भी उन्हें वैसा ही सुकून मिलता है। उनका मानना है कि श्रद्धा दिल से होती है, न कि धर्म की सीमाओं में बंधी होती है।
केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा ने बदला नजरिया
जब उनसे पूछा गया कि वह केदारनाथ क्यों गई थीं, तो Nushrat Bharucha ने कहा कि उन्हें वहां से एक खास बुलावा महसूस हुआ। वहां पहुंचकर उन्होंने गहरी शांति और ऊर्जा का अनुभव किया। यह अनुभव उनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया।
परिवार ने हमेशा दिया साथ
नुसरत ने बताया कि उनके परिवार ने कभी उनकी धार्मिक पसंद पर सवाल नहीं उठाया। उनकी आंटी उन्हें माहिम चर्च लेकर जाती थीं, जहां दोनों मिलकर कैंडल जलाते और प्रार्थना करते थे।
ट्रोलिंग का नहीं पड़ता असर
Nushrat Bharucha का कहना है कि कई बार लोग उन्हें ट्रोल करते हैं कि वह मुस्लिम होकर मंदिर जाती हैं या व्रत रखती हैं। लेकिन उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उनका कहना है, “मुझे जो करना है, मैं करूंगी। मेरा विश्वास मेरा निजी मामला है।”