नई दिल्ली, विजय हजारे ट्रॉफी 2025 के दौरान Mohammed Shami ने अपनी गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी अपनी क्षमता का जबरदस्त प्रदर्शन किया। मध्य प्रदेश के खिलाफ खेले गए इस मैच में बंगाल की टीम मुश्किल में थी, क्योंकि उनके मध्यक्रम के बल्लेबाज मजबूत गेंदबाजी लाइनअप के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने में असफल रहे। हालांकि, Mohammed Shami ने अकेले ही मोर्चा संभाला और 34 गेंदों पर 123 के स्ट्राइक रेट से 42 रन बनाकर टीम को संकट से उबारने में मदद की। उनकी इस पारी ने टीम के लिए जरूरी रन बनाने का रास्ता खोल दिया और उनके प्रदर्शन से पूरी टीम को आत्मविश्वास मिला।
सुदीप घरामी का अर्धशतक
बंगाल के सलामी बल्लेबाज सुदीप घरामी ने भी मैच में अपनी अहम भूमिका निभाई। उन्होंने शानदार 99 रन बनाए, लेकिन अन्य बल्लेबाजों की विफलता के कारण टीम के लिए रन बनाने में मुश्किलें आईं। घरामी का अर्धशतक देखने लायक था, लेकिन जैसे ही वे आउट हुए, अन्य बल्लेबाज अपेक्षाएं पूरी नहीं कर पाए। यही वह पल था जब शमी ने अपनी पारी से सबका ध्यान खींचा और मैच में वापसी की उम्मीदों को जीवित रखा।
चैंपियंस ट्रॉफी में Mohammed Shami की नजरें
Mohammed Shami, जो 2023 विश्व कप शिखर सम्मेलन के बाद से भारत के लिए नहीं खेल पाए हैं, इस समय अपनी फिटनेस पर जोर दे रहे हैं। घुटने की चोट के कारण वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला का हिस्सा नहीं बन पाए थे। लेकिन अब Mohammed Shami फिटनेस की ओर काम कर रहे हैं और भारत की चैंपियंस ट्रॉफी टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए उत्सुक हैं। उनके शानदार प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं को यह याद दिलाया है कि भारत को एक अच्छे तेज गेंदबाज की आवश्यकता है, और शमी इस भूमिका के लिए उपयुक्त उम्मीदवार हैं।
घुटने की चोट ने किया प्रभावित
Mohammed Shami के करियर में घुटने की चोट ने एक बड़ा व्यवधान डाला था। पिछले साल उनकी सर्जरी हुई थी और इसके बाद उन्हें लंबे समय तक पुनर्वास से गुजरना पड़ा था। ऐसी अटकलें थीं कि वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ राष्ट्रीय टेस्ट टीम में शामिल हो सकते थे, लेकिन घुटने की सूजन के कारण उनका चयन संभव नहीं हो सका। हालांकि, Mohammed Shami ने घुटने की चोट के बाद वापसी की है और अब वह पूरी तरह फिट हो गए हैं, जो उनके भविष्य के लिए एक अच्छा संकेत है।
शमी की वापसी और आगामी चुनौती
अब, Mohammed Shami अपने प्रदर्शन से यह साबित कर रहे हैं कि वह अभी भी भारत के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। उनकी गेंदबाजी के साथ-साथ उनकी बल्लेबाजी की क्षमता ने साबित कर दिया कि वह किसी भी स्थिति में टीम के लिए मैच जिताऊ खिलाड़ी बन सकते हैं। चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की तेज गेंदबाजी की जरूरत को देखते हुए शमी का चयन महत्वपूर्ण हो सकता है। उन्हें अपनी फिटनेस और लगातार अच्छे प्रदर्शन की वजह से चयनकर्ताओं की नजरों में आना तय है।