JioCoin: रिलायंस ने डिजिटल दुनिया में तहलका मचाया, जानें इसके फायदे!
नई दिल्ली, 2025 के शुरुआत में, भारत के सबसे बड़े व्यापारिक समूह, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक नए कदम के साथ वेब3 स्पेस में प्रवेश किया। रिलायंस ने JioCoin को लॉन्च किया है, जो एक ब्लॉकचेन आधारित रिवॉर्ड टोकन है। यह टोकन भारतीय उपयोगकर्ताओं को जियो प्लेटफॉर्म एप्लिकेशन के माध्यम से मिलेगा। हालांकि, JioCoin एक क्रिप्टोकरेंसी नहीं है, लेकिन भारतीय क्रिप्टो विनियमन के तहत यह एक नया पहलू है। इस कदम से रिलायंस का उद्देश्य क्रिप्टो इकोसिस्टम को नई दिशा देना है और भारत में वेब3 की तकनीकी विस्तार में योगदान करना है।
जियो प्लेटफॉर्म्स और पॉलीगॉन लैब्स का ऐतिहासिक सहयोग
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15 जनवरी, 2025 को रिलायंस जियो ने पॉलीगॉन लैब्स के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा की। इस साझेदारी का उद्देश्य जियो के 450 मिलियन उपयोगकर्ताओं के लिए वेब3 क्षमताओं का लाभ प्रदान करना है। इसके माध्यम से, जियो के उपयोगकर्ता वेब3 द्वारा मिलने वाली मजबूत सुरक्षा, गोपनीयता, और इनोवेटिव सेवाओं का उपयोग कर सकेंगे। जियो प्लेटफॉर्म्स द्वारा इस साझेदारी के तहत जियोकॉइन नामक रिवॉर्ड टोकन की शुरुआत की गई, जो उपयोगकर्ताओं को उनकी गतिविधियों के आधार पर अर्जित किया जा सकता है।
JioCoin क्या है और इसे कैसे प्राप्त करें?
JioCoin एक ब्लॉकचेन आधारित रिवॉर्ड टोकन है, जिसे जियो प्लेटफॉर्म के उपयोगकर्ता अर्जित कर सकते हैं। इसके लिए, उपयोगकर्ताओं को JioSphere ऐप डाउनलोड करना होगा और अपनी मोबाइल नंबर से साइन अप करना होगा। इसके बाद, उपयोगकर्ता को जियो ऐप पर कुछ विशेष कार्यों को पूरा करने पर इन रिवॉर्ड टोकन को अर्जित किया जा सकता है। इन टोकन को ऐप के वॉलेट में रखा जाएगा और भविष्य में इन्हें विभिन्न सेवाओं या रिचार्ज के लिए उपयोग किया जा सकेगा।
JioCoin का उपयोग कैसे करें?
हालांकि JioCoin के उपयोग के बारे में पूरी जानकारी अभी तक आधिकारिक तौर पर नहीं दी गई है, लेकिन माना जा रहा है कि उपयोगकर्ता इन्हें विभिन्न डिजिटल सेवाओं के लिए रिडीम कर सकते हैं। जियो उपयोगकर्ता इन टोकन का उपयोग उपहार खरीदने, टिकट बुक करने, रिचार्ज करने और अन्य सेवाओं में कर सकते हैं। चूँकि यह प्रक्रिया अभी बीटा चरण में है, कंपनी जल्द ही उपयोगकर्ताओं को रिडेम्प्शन के बारे में अधिक जानकारी देगी।
JioCoin पर समुदाय की प्रतिक्रिया
JioCoin के लॉन्च के बाद, क्रिप्टो समुदाय में मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ लोग इसे एक सकारात्मक कदम मान रहे हैं और इसके जरिए जियो के उपयोगकर्ताओं को वेब3 की तकनीक का लाभ मिलने की उम्मीद जता रहे हैं। वहीं कुछ उपयोगकर्ता इसे केवल एक रिवॉर्ड टोकन मानते हुए इसके वास्तविक क्रिप्टोकरेंसी होने पर सवाल उठा रहे हैं। क्रिप्टो इन्फ्लुएंसर काशिफ रजा का मानना है कि इस पहल से जियो के विशाल उपयोगकर्ता आधार को ब्लॉकचेन स्पेस में लाया जा सकता है, जो अगले कुछ महीनों में एक बड़ा बदलाव ला सकता है।
रिलायंस का अंतिम लक्ष्य क्या है?
रिलायंस का मुख्य उद्देश्य जियोकॉइन लॉन्च करके भारतीय बाजार में वेब3 इकोसिस्टम को प्रमोट करना है। कंपनी का लक्ष्य अपने उपयोगकर्ताओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से नए और अभिनव तरीके से जोड़ना है। इसके अलावा, जियो का उद्देश्य क्रिप्टो स्पेस में कदम रखते हुए भारत में ब्लॉकचेन तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देना है। इस सहयोग से न केवल रिलायंस को लाभ होगा, बल्कि पॉलीगॉन लैब्स भी जियो के विशाल उपयोगकर्ता आधार से फायदेमंद होगा।
JioCoin लॉन्च करके रिलायंस ने भारत में क्रिप्टो और वेब3 स्पेस में एक नया कदम बढ़ाया है। जियो प्लेटफॉर्म्स और पॉलीगॉन लैब्स की साझेदारी से उपयोगकर्ताओं को अभिनव सेवाएं और सुविधाएं मिलेंगी, जो भविष्य में डिजिटल एसेट्स और ब्लॉकचेन तकनीक के साथ उनके जुड़ाव के तरीकों को बदल सकती हैं। इस कदम से रिलायंस ने भारत में ब्लॉकचेन तकनीक को मुख्यधारा में लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।