बद्रीनाथ धाम के करीब बहने वाली शेषनेत्र झील कड़ाके की ठंड की वजह से बर्फ में तब्दील हो गई है। सोमवार 25 जनवरी की सुबह तापमान में लगातार गिरावट की वजह से शेषनेत्र झील का पानी बर्फ बन गया।
उत्तराखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के चलते बद्रीनाथ धाम मन्दिर परिसर में बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है। बद्रीनाथ मन्दिर के साथ साथ मन्दिर के आसपास बहने वाले झरने भी बर्फ बन चुके हैं।
आपको बता दें की खराब मौसम के कारण बद्रीनाथ मन्दिर के कपाट फिलहाल बन्द हैं और वहा किसी भी तीर्थयात्री के जाने की अनुमति नहीं है। प्रत्येक वर्ष ज्यादा सर्दी और बर्फबारी की वजह से मन्दिर के कपाट बन्द कर दिये जाते हैं।
भारतीय मौसम विभाग ने सोमवार को बद्रीनाथ धाम में न्यूनतम तापमान -2 डिग्री और अधिकतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद जताई है और आसमान साफ रहेगा, धूप खिली रहेगी।
आपको बता दें कि 19 नवंम्बर 2020 को शाम 6 बजकर 35 मिनट पर मंत्रोंच्चारण के साथ मन्दिर के कपाट बन्द कर दिये गये। बद्रीनाथ मंदिर के समापन समारोह के लिए पूरे मंदिर को फूलों से सजाया गया था। मन्दिर बन्द होने के आखिरी दिन 3000 श्रद्धालु परिसर में उपस्थित रहे। बद्रीनाथ मन्दिर मौसम की वजह से 6 महीनों के लिए बन्द कर दिया जाता है।