GBS Disease: क्या आपके शरीर में सुन्नता और झुनझुनी है? ये हो सकता है GBS का संकेत!

0

GBS Disease: नई दिल्ली, गिलियन-बैरे सिंड्रोम (GBS) एक गंभीर और दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपनी ही नसों पर हमला करती है। इस बीमारी के कारण व्यक्ति को मांसपेशियों की कमजोरी और शरीर के विभिन्न हिस्सों में सुन्नपन का अनुभव होता है। यह बीमारी अक्सर फ्लू या दस्त जैसी वायरल संक्रमण के कुछ दिन बाद उत्पन्न होती है। पुणे और उसके आस-पास के क्षेत्रों में इस बीमारी के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए यह एक बड़ी चिंता का कारण बन गई है।

GBS Disease के लक्षण

Sponsored Ad

GBS के लक्षण समय के साथ तेजी से बढ़ सकते हैं, और यह पूरी तरह से मांसपेशियों की कमजोरी और श्वसन संकट की समस्या में बदल सकता है। इस बीमारी के शुरुआती संकेतों को पहचानने से इलाज में मदद मिल सकती है।

1. संवेदी लक्षण

GBS के पहले लक्षणों में शरीर के दूरस्थ अंगों, जैसे उंगलियों और पैर की उंगलियों में झुनझुनी और सुन्नता हो सकती है। इसके साथ-साथ, व्यक्ति को पिंडली और पीठ की मांसपेशियों में दर्द का अनुभव भी हो सकता है। यह दर्द मोटर कमजोरी से पहले आने वाला एक प्रमुख संकेत हो सकता है।

2. मांसपेशियों की कमजोरी

GBS की शुरुआत आमतौर पर निचले अंगों से होती है, जैसे पैरों में कमजोरी का अनुभव। इसके बाद यह कमजोरी ऊपरी अंगों में भी फैल सकती है। कुछ मामलों में, मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है और उसे श्वसन सहायता की आवश्यकता हो सकती है।

3. शारीरिक गतिविधियों में कठिनाई

gadget uncle desktop ad

इस बीमारी में व्यक्ति को चलने, बैठने से खड़े होने और सीढ़ियों चढ़ने में भी कठिनाई हो सकती है। यह मांसपेशियों की कमजोरी के कारण सामान्य शारीरिक गतिविधियों को प्रभावित करता है।

4. असमन्वय और थकान

GBS के रोगी अक्सर असमन्वय की समस्या का सामना करते हैं, जिससे चलने में कठिनाई होती है। इसके अलावा, मांसपेशियों की कमजोरी के कारण उन्हें जल्दी थकान भी महसूस हो सकती है।

गिलियन-बैरे सिंड्रोम के और भी लक्षण

इसके अलावा, गिलियन-बैरे सिंड्रोम के रोगी को कुछ अन्य लक्षण भी महसूस हो सकते हैं, जैसे:

  • बल्बर लक्षण: यह लक्षण बोलने और निगलने में कठिनाई का कारण बन सकते हैं।
  • द्विपक्षीय चेहरे की कमजोरी: दोनों आंखों को बंद करने में असमर्थता हो सकती है।
  • रेडिकुलोपैथी: श्रोणि के आसपास दर्द महसूस हो सकता है।

गिलियन-बैरे सिंड्रोम का इलाज

Sponsored Ad

अगर किसी व्यक्ति को गिलियन-बैरे सिंड्रोम के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो उन्हें जल्द से जल्द न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए। शुरुआती जांच और तंत्रिका चालन अध्ययन से इस बीमारी की पुष्टि की जा सकती है। शुरुआती उपचार से व्यक्ति को जल्दी ठीक होने में मदद मिल सकती है।

न्यूरोलॉजिस्ट इस बीमारी का इलाज जल्दी शुरू करने का सुझाव देते हैं, ताकि लक्षण गंभीर न हो जाएं। समय पर इलाज और देखभाल से अधिकतर मामलों में रोगी पूरी तरह से ठीक हो सकते हैं।

गिलियन-बैरे सिंड्रोम से बचाव

गिलियन-बैरे सिंड्रोम का कोई विशिष्ट इलाज नहीं है, लेकिन बेहतर स्वच्छता और उचित देखभाल से इसके फैलने की संभावना को कम किया जा सकता है। दूषित पानी और गंदे खाने के कारण यह बीमारी अधिक फैलती है, इसलिए साफ पानी और स्वच्छ खाने का सेवन इस बीमारी से बचने के लिए जरूरी है।

Read More: Latest Health News

Leave A Reply

Your email address will not be published.