सुबह-सुबह पटना में भूकंप के झटके, लोग भागे घरों से बाहर!
नई दिल्ली, आज सुबह करीब 6:35 बजे बिहार की राजधानी पटना में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप से लोग दहशत में आ गए और अधिकांश लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के झटके करीब 30 सेकंड तक महसूस किए गए। इस दौरान, अपार्टमेंट्स में रहने वाले लोग तुरंत अपनी बिल्डिंग से बाहर निकलने लगे और सड़कों पर इकट्ठा हो गए। कई लोग भूकंप के झटकों से घबराए हुए थे और सुरक्षा की दृष्टि से बाहर आ गए।
भूकंप की तीव्रता और केंद्र
भूकंप की तीव्रता 5.3 रिक्टर स्केल थी, जो काफी मजबूत मानी जाती है। हालांकि इस भूकंप का केंद्र मुख्य रूप से तिब्बत और चीन के बीच था, लेकिन इसने नेपाल, बांग्लादेश और भारत के विभिन्न हिस्सों में भी प्रभाव डाला। इस झटके का असर सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहा, बल्कि बिहार के पड़ोसी राज्य और क्षेत्र भी प्रभावित हुए। भूकंप के केंद्र से लगभग 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित तिब्बत और नेपाल में भी भूकंप के प्रभाव महसूस किए गए।
कौन-कौन से जिले प्रभावित हुए?
पटना के अलावा, बिहार के अन्य प्रमुख शहरों जैसे मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पूर्णिया, मुंगेर, अररिया, गोपालगंज, वैशाली, नवादा और नालंदा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। सुबह का वक्त होने के कारण कई लोग गहरी नींद में थे और उन्हें इसका असर महसूस नहीं हुआ, लेकिन जिन लोगों ने भूकंप महसूस किया, उन्होंने जल्दी से बाहर निकलने की कोशिश की।
नेपाल और तिब्बत में था भूकंप का केंद्र
भूकंप का मुख्य केंद्र नेपाल और तिब्बत के बीच स्थित था, जहां 7.1 की तीव्रता वाला एक बड़ा झटका महसूस हुआ। हालांकि, नेपाल में इस भूकंप से अब तक किसी भी प्रकार के बड़े नुकसान की खबर नहीं आई है, लेकिन इसकी तीव्रता को देखते हुए बड़ा नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। तिब्बत में इस भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी और यह झटका सुबह 6:35 बजे आया। ऐसे भूकंप के झटके अक्सर लोगों को डर में डाल देते हैं, और आज का भूकंप भी कोई अपवाद नहीं था।
भूकंप से पहले क्या किया गया था सुरक्षा उपायों का पालन?
हालांकि भूकंप के दौरान सभी लोग अपनी जान बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे थे, लेकिन अब इस घटना के बाद प्रशासन ने भूकंप के प्रति जागरूकता फैलाने की योजना बनाई है। सरकार और प्रशासन अब लोगों को भूकंप के खतरे और उसके बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी देने की दिशा में कदम उठाने जा रहे हैं। खासकर भवनों और निर्माण कार्यों में भूकंप सुरक्षा उपायों को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है।
आगे की तैयारी: क्या होने जा रहा है?
भूकंप के बाद, अब तक किसी बड़े जानमाल के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन इससे जुड़ी सुरक्षा और बचाव योजनाओं को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। लोग अब इस घटना को लेकर जागरूक हो रहे हैं और भूकंप आने पर कैसे खुद को सुरक्षित रखें, इस बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। अब यह भी जरूरी हो गया है कि भूकंप से बचाव के उपायों को लेकर और शिक्षा दी जाए, ताकि भविष्य में किसी भी आपातकालीन स्थिति में लोग सही तरीके से प्रतिक्रिया कर सकें।