नई दिल्ली, फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार का शुक्रवार तड़के 87 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन से न केवल बॉलीवुड बल्कि उनके चाहने वालों में भी गहरा शोक छा गया। मनोज कुमार को उनकी बेहतरीन फिल्मों और देशभक्ति से भरपूर भूमिकाओं के लिए जाना जाता था। उनके निधन ने भारतीय सिनेमा की एक महत्वपूर्ण कड़ी को खो दिया है।
अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे बॉलीवुड सितारे
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मनोज कुमार के निधन की खबर फैलते ही बॉलीवुड की कई प्रमुख हस्तियों ने उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पहुंचने की तत्परता दिखाई। इनमें से प्रमुख नाम थे धर्मेंद्र, Prem Chopra और रवीना टंडन।
धर्मेंद्र का श्रद्धांजलि अर्पित करना
धर्मेंद्र, जिन्होंने 1962 में आई फिल्म ‘शादी’ में मनोज कुमार के साथ काम किया था, भी अभिनेता के घर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे। धर्मेंद्र ने अपनी आंख की सर्जरी के बावजूद मनोज कुमार के साथ बिताए गए पलों को याद करते हुए कहा, “हमारे बचपन का साथी था। मुझे उसकी याद आएगी।” धर्मेंद्र ने उस समय को याद किया जब वे पहली बार एक साथ फिल्म इंडस्ट्री में आए थे और उनकी दोस्ती के लिए आभार व्यक्त किया।
Prem Chopra और रवीना टंडन की श्रद्धांजलि
Prem Chopra, जिन्होंने मनोज कुमार के साथ ‘पूरब और पश्चिम’, ‘उपकार’, ‘क्रांति’, ‘शहीद’, और ‘वो कौन थी’ जैसी फिल्मों में काम किया था, भी श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे। प्रेम चोपड़ा ने मनोज कुमार के साथ बिताए गए समय को बहुत खास बताते हुए उन्हें याद किया।
रवीना टंडन ने भी मनोज कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें पिता समान बताया। रवीना ने अपने भावपूर्ण शब्दों में मनोज कुमार के कार्यों और उनके देशभक्ति से भरे संदेशों को याद किया। उन्होंने यह भी बताया कि वह मनोज कुमार को उनकी तीन पसंदीदा चीजों – महाकाल की रुद्राक्ष माला, साईं बाबा की विभूति और भारतीय ध्वज पहनाकर उनका सम्मान कर रही हैं। रवीना ने कहा, “वह मेरा भारत थे,” और मनोज कुमार द्वारा बनाई गई देशभक्ति फिल्मों को खास तौर पर याद किया।
मनोज कुमार की विरासत
मनोज कुमार के बेटे कुणाल गोस्वामी ने अभिनेता के निधन की पुष्टि करते हुए बताया कि उनका अंतिम संस्कार शनिवार, 5 अप्रैल को सुबह 11 बजे मुंबई के विले पार्ले स्थित पवन हंस श्मशान घाट पर किया जाएगा। कुणाल ने कहा कि उनके पिता लंबे समय से बीमार थे, लेकिन उन्होंने अपने संघर्षों का बड़ी हिम्मत और गरिमा के साथ सामना किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मनोज कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित की, और उनके योगदान को याद करते हुए कहा, “मनोज कुमार ने भारतीय सिनेमा को हमेशा प्रेरित किया।” कुणाल ने अपने बयान में सिनेमा में उनके पिता की विरासत का भी उल्लेख किया, और बताया कि फिल्मों जैसे ‘उपकार’, ‘पूरब और पश्चिम’, और ‘रोटी कपड़ा और मकान’ ने समाज और राजनीति के महत्वपूर्ण मुद्दों को छुआ है, जो आज भी प्रासंगिक हैं।
मनोज कुमार का योगदान
मनोज कुमार का भारतीय सिनेमा में योगदान अविस्मरणीय रहेगा। उनकी फिल्मों में दिखाई गई देशभक्ति और संघर्ष की भावना आज भी लोगों के दिलों में जीवित है। ‘शहीद’, ‘उपकार’, ‘पूरब और पश्चिम’ जैसी फिल्मों ने भारतीय दर्शकों के बीच एक गहरी छाप छोड़ी। उनके द्वारा निभाए गए किरदार और उनकी शैली ने उन्हें एक ऐसी पहचान दी, जो हमेशा याद रखी जाएगी।