कोरोना वायरस का कहर भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया पर बरप रहा है। कोरोना वारयस ने अब तक लाखों लोगों की जान ले ली है और अब तक करोड़ों लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। इस बीच लंदन, न्यूयॉर्क और बिजिंग में स्थित मेडिकल जर्नल LANCENT ने इस खतरनाक वायरस को लेकर बेहद चौंकाने वाला दावा किया है। Lancet Journal के मुताबिक यह वायरस मुख्य रूप से हवा से फैलता है और इसके पुख्ता सबूत हैं।
6 देशों के एक्सपर्ट्स का दावा
अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन जैसे देशों के 6 एक्सपर्ट्स ने दावा करते हुए कहा है कि कोरोना का हवा से फैलना ही एक कारण है कि कई सावधानियों और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं होने के बावजूद भी संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि उन्हें कोरोना वायरस के हवा में फैलने के बारे में पुख्ता सबूत मिले हैं और इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है। वहीं ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी ने भी इस रिसर्च की समीक्षा की और हवा में कोरोना वायरस के फैलने के दावों को हाइलाइट करते हुए कहा है कि इसके कोई सबूत नहीं हैं कि बड़े ड्रॉपलेट्स से ही कोरोना फैलता है। इसके अलावा इसमें कहा गया है कि यह प्रमाणित हो चुका है कि कोरोना वायरस हवा के ज़रिए तेज़ी से फैलता है।
एक संक्रमित व्यक्ति से 53 लोग संक्रमित
जानकारों ने अपनी लिस्ट में टॉप पर स्कैगिट चॉयर आउटब्रेक को रखा है जहां सिर्फ एक संक्रमित व्यक्ति से 53 लोग संक्रमित हुए थे। इस केस में कहा गया है कि ऐसा भी नहीं हुआ कि सभी संक्रमित लोग एक ही जगह गए हों या फिर क्लोज कॉन्टैक्ट में आए हों, फिर भी संक्रमण फैल गया। इस स्टडी में कहा गया है कि 40% लोगों में कोरोना उन लोगों से फैलता है जो खांसते या छींकते भी नहीं हैं।
स्टडी में कहा गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्य संगठनों को इसे गंभीरता से लेने और वायरस के प्रसार को कम करने के लिए कदम उठाना होगें। पूरी दुनिया में कोरोना के तेजी से फैलने का मुख्य कारण कोरोना वायरस का हवा के ज़रिए फैलना है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि हवा में वायरस के फैलाव को ध्यान में रखकर ही इससे बचाव की रणनीति बनाने की जरूरत है।